नईदिल्ली।भारतीय टीम के लिए कई रिकॉर्ड पारियां खेलने वाले गौतम गंभीर ने मंगवार को संन्यास की घोषमा कर दी. लंबे वक्त से गौतम गंभीर भारतीय क्रिकेट टीम से बाहर चल रहे थे. फेसबुक पर वीडियो शेयर करते हुए गौतम गंभीर ने संन्यास की घोषणा की.11 मिनट के वीडियो में गौतम गंभीर ने अपने दिल की कई बातें अपने फैन्स से शेयर की. गौतम गंभीर ने कहा, ‘ये जीवन का सबसे मुश्किल फैसला था, लेकिन बहुत दिनों से लग रहा था कि इसका समय आ गया है. जिंदगी में कड़े फैसले हमेशा भारी मन से लिए जाते हैं. भारी मन से मैं वह फैसला ले रहा हूं, जिसको लेने के ख्याल मात्र से ही मैं जिंदगी भर डरता रहा.’
इसके साथ ही गौतम गंभीर ने उन सभी लोगों को धन्यवाद दिया जो उनके करियर में मददगार साबित हुए. आप भी इस वीडियो में देखिए गौतम गंभीर ने संन्यास की घोषणा करते हुए क्या कुछ कहा-
The most difficult decisions are often taken with the heaviest of hearts.
And with one heavy heart, I’ve decided to make an announcement that I’ve dreaded all my life.
➡️https://t.co/J8QrSHHRCT@BCCI #Unbeaten
— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) December 4, 2018
गम्भीर ने 2016 में भारत के लिए अंतिम टेस्ट मैच खेला था. उनका करियर 1999 में शुरू हुआ था. गम्भीर ने टेस्ट मैचों में 41.95 के औसत से कुल 4154 रन बनाए और वनडे मैचों में उनके नाम 5238 रन रहे. गम्भीर ने भारत के लिए 37 टी-20 मैच भी खेले.
गौतम गंभीर का वनडे और टेस्ट प्रदर्शन कुछ इस तरह रहा-
गंभीर ने 58 टेस्ट अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में 104 पारी खेली. जिसमें कुल 4,154 रन बनाए. टेस्ट क्रिकेट में उनकी बेस्ट पारी 206 रन की रही. गौतम गंभीर ने 22 अर्धशतक और 9 शतक टेस्ट क्रिकेट में बनाए. जबकि औसत 41.95 का रहा.
वनडे में गौतम गंभीर
मैच-147
पारी-143
रन-5,238
शतक-11
अर्धशतक-34
औसत-39.68
बेस्ट पारी-150 रन की
अंतरराष्ट्रीय टी-20 में गौतम गंभीर
मैच-37
पारी-36
रन-932
बेस्ट पारी-75 रन की
औसत -27.41
शतक-00
अर्धशतक-7
गौतम गंभीर इंडियन प्रीमयर लीग भी खेली. पहले वो दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए मैदान में उतरे. उसके बाद 2010 में शाहरुख खान ने 2.4 मिलियन डॉलर खर्च कर कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए चुन लिया. गौतम गंभीर की कप्तानी में कोलकाता नाइट राइडर्स ने दो बार 2012 और 2014 में आईपीएल का खिताब जीता. इसके बाद गंभीर 2017 में केकेआर को छोड़कर दिल्ली डेयरडेविल्स वापस आ गए थे. लेकिन कुछ मैच खेलने के बाद उन्होंने ना सिर्फ कप्तानी छोड़ी बल्कि टीम को भी अलविदा कह दिया.