गौरेला-पेंड्रा-मरवाही नए जिले की स्थापना के साथ चिरस्थाई हो जाएगी पं.राजेंद्र प्रसाद शुक्ल की याद,उनके जन्मदिन पर ही अस्तित्व में आएगा नया जिला

Shri Mi
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बिलासपुर। नया जिला गौरेला – पेंड्रा – मरवाही 10 फरवरी को अस्तित्व में आ जाएगा ।इसके साथ ही लंबे समय तक उस इलाके की नुमाइंदगी करने वाले पंडित राजेंद्र प्रसाद शुक्ल की याद भी चिरस्थाई हो जाएगी। क्योंकि 10 फरवरी उनका जन्मदिन भी है ।नए जिले की स्थापना का दिन और पंडित राजेंद्र प्रसाद शुक्ल का जन्म दिन एक साथ होने के कारण आने वाले समय में भी इस इलाके मैं उनके योगदान को याद किया जाता रहेगा। सीजीवालडॉटकॉम न्यूज़ के व्हाट्सएप् से जुडने के लिए यहाँ क्लिक कीजिये

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बिलासपुर जिले को विभाजित कर नया जिला गौरेला- पेंड्रा- मरवाही बनाया जा रहा है ।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसकी घोषणा की थी ।अधिसूचना जारी होने के बाद अब नए जिले की स्थापना के लिए तारीख भी तय हो चुकी है । आने वाले 10 फरवरी को नया जिला अस्तित्व में आ जाएगा । इस तारीख का ऐलान होने के बाद से ही लोगों के बीच चर्चा रही है कि नए जिले के आगाज के लिए 10 फरवरी की तारीख ही क्यों तय की गई …..?

दरअसल 10 फरवरी को पंडित राजेंद्र प्रसाद शुक्ल का जन्मदिन है । वे 10 फरवरी 1929 को पैदा हुए थे और इस बार 10 फरवरी को उनका 90 वां जन्मदिन होगा । यह गौरेला- पेंड्रा -मरवाही इलाके के लोगों के लिए यादगार दिन होगा कि लंबे समय तक इस इलाके का प्रतिनिधित्व करने वाले पंडित राजेंद्र प्रसाद शुक्ल के जन्मदिन पर ही उन्हें नए जिले की सौगात मिल रही है।

और यह इलाका एक नई शुरुआत करने जा रहा है। पंडित राजेंद्र प्रसाद शुक्ल ने कई बार इस इलाके का प्रतिनिधित्व विधानसभा में किया। यहां से विधायक रहते हुए उन्होंने अविभाजित मध्यप्रदेश में विधानसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाली और नया छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद छत्तीसगढ़ विधानसभा के पहले विधानसभा अध्यक्ष रहे। अविभाजित मध्यप्रदेश में वे मंत्री भी रहे। इस इलाके से उनका अटूट लगाव था और जिला बनाने की मांग को लेकर हमेशा तत्पर रहे।

उन्होंने कई मौकों पर इस दिशा में ठोस पहल भी की ।लोगों का मानना है कि उनकी पहल का ही नतीजा है कि आज गौरेला – पेंड्रा- मरवाही जिला अस्तित्व में आ रहा है ।उन लोगों के लिए यह भी खुशी की बात है कि नए जिले की स्थापना के साथ ही पंडित राजेंद्र प्रसाद शुक्ल की याद भी चिरस्थाई होने जा रही है ।
इलाके के लोगों ने जन भावनाओं के सम्मान के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रति आभार तो माना ही है साथ ही कई बार उनसे मुलाकात कर राजेंद्र प्रसाद शुक्ल की जयंती पर नए जिले की स्थापना का अनुरोध भी किया था।

मुख्यमंत्री ने उनकी इस भावना को भी सम्मान दिया इस पर लोग अपना आभार जता रहे हैं। गौरेला के कांग्रेस नेता और पंडित शुक्ल के काफी नजदीकी रहे अशोक शर्मा कहते हैं कि इस इलाके का लंबे समय तक प्रतिनिधित्व करते हुए पंडित राजेंद्र प्रसाद शुक्ल ने जो योगदान दिया है उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। नई पीढ़ी के लोगों को भी इस बात का पता चल सके कि ऐसे किसी शख्स ने इस इलाके का प्रतिनिधित्व किया था।

इसे प्रेरणास्पद और यादगार बनाने के लिए नए ओवर ब्रिज के पास पंडित राजेंद्र प्रसाद शुक्ल की आदमकद प्रतिमा स्थापित करने का अनुरोध भी मुख्यमंत्री से क्षेत्र के लोगों ने किया है। उम्मीद है कि जिस तरह 10 फरवरी की तारीख नए जिले की स्थापना के लिए तय की गई है। उसी तरह पंडित शुक्ल की आदमकद प्रतिमा स्थापित करने की दिशा में भी सरकार निर्णय लेगी ।
नए जिले की स्थापना में छत्तीसगढ़ विधानसभा के मौजूदा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत की भी प्रमुख भूमिका है। लोगों ने उनके प्रति भी आभार व्यक्त किया है।

नए जिले की स्थापना की तारीख तय होने के बाद प्रशासनिक तैयारियां तेज हो गई हैं। जिला मुख्यालय और दूसरे दफ्तरों के लिए भवन देखे जा रहे हैं। साथ ही नोडल अधिकारी की नियुक्ति भी हो गई है ।नए जिले की स्थापना को लेकर गौरेला -पेंड्रा- मरवाही इलाके के लोगों में काफी उत्साह है। उनकी काफी पुरानी मांग पूरी हो रही है ।लोग इसका स्वागत करने के लिए बेसब्री से समय का 10 फरवरी का इंतजार कर रहे हैं।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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