घर घर पहुंच रहा हरियाली प्रचार वाहन…आन लाइन डिमाण्ड पर..वन विभाग ने किया गया हजारों पौधों का वितरण

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर–घर घर पहुंचकर वन विभाग का हरियाली वाहन पौधों का वितरण कर रहा है। शहर में अभियान की जमकर चर्चा है। लोगों की मांग पर विभाग का वाहन पौधों के साथ कालोनियों और मोहल्लों मेंं पहुंचकर ना केवल पौधों का वितरण कर रहा है बल्कि पौधरोपण के उत्साह को दोगुना भी कर रहा है। मालूम हो कि 9 जुलाई को विधायक शैलेश पाण्डेय ने  शहरी क्षेत्र  में हरियाली प्रचार वाहन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया था। पिछले तीन दिनों में वन विभाग ने लोगों की आनलाइन मांग पर मनपसंद पौधा घर पहुंचकर दे रहा है। वन अधिकारी टीआर जायसवाल का दावा है कि अब तक हजारों ईमारती और गैर इमारती पौधों का वितरण किया जा चुका है। पौधों के लिए किसी से कोई चार्ज नहीं लिया जा रहा है।
                                 वन विभाग के हरियाली प्रचार वाहन की इन दिनों शहर में जमकर चर्चा है। फोन पर पौधे की मांग करते ही बताए गए स्थान पर प्रचार वाहन लोगों के बीच मांग के अनुसार पौधों का वितरण कर रहा है। वन अधिकारी टीआर जायसवाल ने बताया कि विभाग की तरफ से तीन छोटे वाहनों से लोगों की मांग पर घर पहुंचकर पौधों का वितरण किया जा रहा है। कालोनियों में रहने वालों को मन पसंद निशुल्क पौधे दिए जा रहे हैं। आन लाइन पौधों की मांग के लिए 8 जुलाई को आम जनता में मोबाइल नम्बर को प्रचारित किया गया था।
            टीआर जायसवाल ने बताया कि 9 जुलाई को एक हजार से अधिक पौधों को घर पहुंचकर दिया जा चुका है। कई लोगों ने अपने खेतों में व्यापक स्तर पर पौधरोपण की इच्छा जाहिर की है। ऐसे लोगो को जरूरी खानापूर्ति के बाद दूसरे दिन तत्काल पौधे दिए गए है।
                       जायसवाल ने बताया कि रोपण के लिए इच्छुक नागरिकों को दूरस्थ नर्सरी अथवा अन्यत्र जगह पौधों के लिए नहीं भटकना पड़े। इसके लिए शासन ने लोगों की मांग पर हरियाली प्रचार वाहन से बताए गए ठिकानों पर पहुंचकर पौधा वितरण कर रहा है। वन विभाग के निर्णय के बाद पौधों की मांग लगातार मिल रही है।
                टीआर ने बताया कि नागरिकों में अमलतास, झारूल, स्पेथोडिया, टिकोमा, गुलमोहर पौधों के अलावा फलदार पौधों की मांग है। लोगों की मांग पर जामुन, कटहल,मुनगा और  अमरूद के पौधों का भी वितरण किया जा रहा है। औषधीय गुण के पौधों आंवला, नीम, अर्जुन , करंज और बहेड़ा को भी लोग पसंद कर रहे हैं। छायादार पौधे कालासिरस, साल, बीजा, हल्दू, मुंडी, शिस्शू और इमारती पौधे सागौन की भी जबरदस्त मांग है। पौध वितरण कार्य में एक रेंज आफीसर के साथ दो वनपाल 8 वन रक्षक, चार ड्राइवर, एक कम्प्यूटर आपरेटर, दो लिपिक और 5 दैनिक श्रमिकों की सेवाएं ली जा रही है। पौधा वितरण का काम 31 जुलाई 2019 तक लगातार किया जाएगा।
              वन अधिकारी जायसवाल ने जानकारी दी कि पौधा वितरण का काम तीन सेक्टर बनाकर किया जा रहा है। अरपा नदी के पार सरकंडा क्षेत्र में मोपका से लेकर कोनी बिरकोना तक एक सेक्टर , नेहरू चौक से रायपुर मार्ग बिनोवा नगर समेत अन्य कालोनियों को दूसरे सेक्टर और रेलवे कालोनी से दयालबंद क्षेत्र को तीसरे सेक्टर में रखा गया है। सिंधी कालोनी यदुनंदन नगर अमेरी से लेकर उस्लापुर मंगला क्षेत्र को अलग सेक्टर में रखा गया है।
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