बिलासपुर— पुलिस ने जिसा बाराबंकी…थाना कोठी..गांव पिरपुर में बंधक बनाए गए मस्तूरी क्षेत्र के मजदूरो का आजाद करा लिया है। मालूम हो कि बंधक बनाए जाने की शिकायत परिजन शिवकुमारी ने पुलिस कप्तान से की थी। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए अभिषेक मीणा ने जवानों को बाराबंकी भेजकर बंधक बनाए गए सभी मजदूरों को बचा लिया है।
एडिश्नल एसपी ओमप्रकाश शर्मा ने जानकारी दी कि शिवकुमारी ने पुलिस कप्तान से 9 मई 2015 को लिखित शिकायत में परिजनों को बंधक बनाए जाने की बात कही थी। शिवकुमारी ने बताया था कि ईटा भठ्ठा सरकार राजकुमार कैवर्त खुडूभाठा जयरामनगर का रहने वाला है।
राजकुमार ने मानिकपुर ग्राम पंचायत के विश्राम कैवर्त को बताया कि वह अच्छी मजदूरी में काम दिलाएगा। इसेक लिए साथियों के साथ उत्तरप्रदेश के बाराबंकी जाना होगा। राजकुमार कैवर्त ने विश्राम कैवर्त को एडवांस में साठ हजार रूपए भी दिए। इसके बाद विश्राम कैवर्त,गोविन्द कैवर्त, महेश कैवर्त,कुमारी लक्ष्मीन कैवर्त,जागेवश्वरी कैवर्त और दीपांजली कैवर्त को लेकर राजकुमार को बाराबंकी ले गया।
अपने परिवार के साथ बाराबंकी में कैवर्त परिवार ईटाभठ्ठा संचालक राजकुमार वर्मा और रवि वर्मा के यहां ईटा पाथने का काम करना शुरू किया। इसी बीच विश्राम कैवर्त की तबीयत खराब हो गयी। जब वह संचालक से छुट्टी मांंगने गया तो उसके साथ मारपीट हुई। दिए गए साठ हजार एडवांस को भी वापस ले लिया गया।
शिवकुमारी ने पुलिस कप्तान को यह भी बताया कि विश्राम से मोबाइल छीन लिया गया। साथ ही घर में बात करने पर जान से मारने की धमकी दी गयी। इसके अलावा सभी से जबरन मजदूरी कराया जा रहा है। जबकि परिवार के सभी सदस्य घर लौटना चाहते हैं।
शर्मा ने जानकारी दी कि शिकायत के बाद बिलासपुर पुलिस को बाराबंकी रवाना किया गया। सभी छः बन्धक मजदूरों को आजाद कर बिलासपुर लाया गया।