घूस लेते पकड़ा गया माइनिंग इंस्पेक्टर..साथी भी लपेटे मे

BHASKAR MISHRA

  IMG20170413161324    बिलासपुर– बिलासपुर एन्टीकरप्शन की टीम ने माइनिंग इंस्पेक्टर ओमप्रकाश खाण्डे को दस हजार रूपए घूस लेते रंगे हाथ पकड़ा है। घूस लेते समय ओमप्रकाश खान्डेकर कार्यालय स्थित अपने टेबल पर थे। एसीबी की टीम ने खाण्डेकर के द्राज से दस हजार रूपए जब्त कर कार्रवाई की  है। छापामार कार्रवाई मोहम्मद जमील खान की शिकायत पर हुई है।

             
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                                    एसीबी इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार खेस ने बताया कि बेलगहना के पास दालसागर गांव के मोहम्द जमील की शिकायत पर कार्रवाई की गयी है। मोहम्मद जमील ने बताया था कि बिना अनुमति ईंट का निर्माण कर रहा था। किसी की शिकायत पर माइनिंग इंस्पेक्टर ओमप्रकाश खान्डेकर ने कहा कि ईंट का अवैध निर्माण नियम के खिलाफ है। माइनिंंग इंस्पेक्टर को मामले को रफा दफा करने पांच हजार रूपए भी दिया ।

                          मोहम्मद जमील ने बताया कि खाण्डेकर ने रायल्टी पर्ची लेने कार्यालय बुलाया। दस हजार रूपए की मांग की। 13 अप्रैल को एसीबी के निर्देश पर मोहम्मद जमील रायल्टी पर्ची लेने दस हजार रूपए लेकर माइनिंग कार्यालय में खाण्डेकर से मिलने गया। एसीबी टीम ने लोकअभियान अधिकारी रायपुर के साथ मौके पर पहुंचकर खाण्डेकर के पास से दस हजार रूपये बरामद किया। नोट पर ओमप्रकाश खाण्डेकर के फिंगर प्रिटिंग पाया गया है। IMG20170413160907

                               एसीबी निरीक्षक प्रमोद कुमार खेस ने बताया कि ओमप्रकाश खाण्डेकर के खिलाफ धारा 7,13(1)डी, 13(2) पीसीएक्ट 1988 के तहत कार्रवाई की गयी है। प्रकरण की अभी भी विवेचना की जा रही है।

खाण्डेकर ने अधिकारियों को लपेटा

                माइनिंग इंस्पेक्टर ओमप्रकाश खाण्डेकर ने कार्रवाई के बाद मीडिया को बताया कि मुझे फंसाने की साजिश रची गयी है। इसमें माइनिंग अधिकारी आर.मालवे और इंस्पेक्टर की महत्वपूर्ण भूमिका है। उत्तम खूंटे और अधिकारी का ड्रायवर कार्रवाई करते समय आरोपियों को छोड़ देते हैं। अधिकारी मालवे पकड़े गये लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करते हैं। जब मैने कार्रवाई की तो अधिकारी के निर्देश में एसीबी ने छापा मारा। खाण्डेकर ने बताया कि माइनिंग IMG20170413161229अधिकारी और इंस्पेक्टर उत्तम खूंटे की भूमिका संदिग्ध है। उन लोगों के खिलाफ अभी तक किसी प्रकार की कार्रवाई क्यों नही की गयी। जबकि ये लोग क्या करते हैं सबको मालूम है।

दस हजार रूपए की मांग

                  ईंटा भठ्ठा व्यवसायी दालसागर निवासी मोहम्मद जमील ने बताया कि ओमप्रकाश खाण्डेकर को अवैध ढंग से ईंट निर्माण और ट्रांसपोर्टिंग पर कार्रवाई नहीं करने पांच हजार रूपए दिया। उन्होने रायल्टी देने कार्यालय बुलाया। रायल्टी कार्रवाई के लिए मुझसे दस हजार रूपये मांगा। मैने एसीबी के निर्देश पर खाण्डेकर दस हजार रूपए दिये। जमील ने बताया कि खाण्डेकर ने रूपए नहीं देने पर जेल भेजने और सामान जब्त करने की धमकी दी थी।

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