बिलासपुर—यूथ कांग्रेसी नेता राजेंद्र तिवारी की मौत के बाद बिल्हा में सात घण्टे तक हाइवे पर यातायात पूरी तरह से ठप रहा । बिल्हा मोड़ के पास आज बड़ी तादात में कांग्रेसी पहुंचे और फिर सुबह से ही चक्काजाम और उग्र प्रदर्शन शुरू कर दिया। स्थिति तनावपूर्ण देखते हुए मौके पर पुलिसबल बड़ी संख्या में मौजूद थी। शहर बिलासपुर में भी तनाव का वातावरण देखने को मिला। आम आदमी पार्टी ने नेहरू चौक पर धरना प्रदर्शन कर राजेन्द्र तिवारी की मौत पर संवेदना जाहिर की।
बिल्हा मोड़ पर कांग्रेसी नेताओं के साथ आस पास के लोग उमड़ पड़े। अपने यूथ नेता को याद करते हुए सभी ने अर्जुन सिसोदिया को बिल्हा से हटाने और अपराधिक मामला दर्ज करने का दबाव लगातार जिला प्रशासन पर बनाया। अंत में बिलासपुर रायपुर मुख्यमार्ग पर चक्काजाम कर धरना प्रदर्शन क सात घंटे तक जाम रखा। जब राजेंद्र के शव को लाया गया तो लोगों का आक्रोश और ज्यादा बढ़ गया। स्थानीय विधायक सियाराम कौशिक हो या विधायक अमित जोगी सबने इस घटना की घोर निंदा की है।
तत्कालीन एस.डी.एम अर्जुन सिंह सिसोदिया के खिलाफ एफ.आई.आर दर्ज करने और ठोस कार्रवाई नहीं होने तक आंदोलन को बनाए रखने का एलान किया। जानकारी दें कि कल राजेंद्र तिवारी की मौत रायपुर के एक निजी अस्पताल में हो गई थी। राजेंद्र के परिजनो ने तत्कालीन एस.डी.एम पर जमानत के एवज में घूस मांगने और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का गंभीर आरोप लगाया है। इससे पहले भी तत्कालीन एस.डी.एम के प्रताड़ना से तंग आ चुके बिल्हा क्षेत्र के ही सेवसी किसान जीवनलाल मनहर का जेल में संदिग्ध मौत हो चुकी है। प्रदर्शनकारियों के सामने झुकते हुए अंत में कलेक्टर अन्बलगन पी. ने सिसोदिया को निलंबित करते हुए मुख्यमंत्री के आदेश पर दण्डाधिकारी जांच आदेश दिया है। रिपोर्ट को 6 बिन्दुओं पर जांच के बाद पन्द्रह के भीतर सौंपने को कहा है।
कलेक्टर की घोषणा के बाद करीब सात घण्टे बाद हाइवे बहाल हुआ। इस दौरान बिल्हा से लेकर रायपुर और बिलासपुर से लेकर अंबिकापुर मार्ग पर वाहनों की लंबी कतार देखने को मिली। हड़ताल खत्म होते ही वाहनों का परिवहन शुरू हो गया। बावजूद इसके पुलिस व्यवस्था को यातायात को सुगम बनाने के लिए देर शाम तक पसीना बहाना पड़ा।