चर्चा में भाजपा नेता रामदयाल..क्या लौटेंगे घर..? मुलाकात के बाद कांग्रेस में हलचल.. मरवाही उप चुनाव पर नजर

BHASKAR MISHRA
4 Min Read

बिलासपुर— ऐसी खबर मिल रही है कि भाजपा नेता रामदयाल उइके घर वापसी को लेकर लगातार प्रयास कर रहे हैं। कुछ दिन पहले रामदयाल उइके कांग्रेस संगठन के आला नेताओं से एक दौर की बातचीत कर चुके हैं। बताया जा रहा है कि पहले दौर के हिसाब से बातचीत सकारात्मक रही। संभावना जाहिर की जा रही है कि घर वापसी के मुद्दे को प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया के सामने में रखा जा सकता है। यदि संकेत सकारामत्क मिला तो रामदयाल उइके के नाम के आगे और पीछे भाजपा से कांग्रेस नेता जुड़ना निश्चित है।

Join Our WhatsApp Group Join Now

              राजनीतिक सूत्रों की माने तो यदि आने वाले महीने में तानाखार पूर्व विधायक भाजपा नेता रामदयाल उइके घर वापस आ जाए तो कोई आश्चर्च की बात नहीं होगी। रामदयाल उइके पिछले दिनों रायपुर में कांग्रेस के आलानेताओ से बातचीत कर इच्छा भी जाहिर कर चुके हैं। बहरहाल यह पहली मुलाकात थी। शायद दूसरी मुलाकात के बाद कुछ इस तरह से एक प्रेस कांफ्रेंस में कांग्रेस के आला नेता बताएं की रामदयाल उइके का कांग्रेस में प्रवेश हो चुका है। तो कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी। बताते चलें कि कुछ इसी अंदाज में विधानसभा चुनाव के ठीक पहले  तात्कालीन मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह ने बिलासपुर में पत्रकारों को बताया कि तानाखार विधायक और कांग्रेस के तात्कालीन कार्यकारी प्रदेश अध्यक्षक रामदयाल उइके ने अमित शाह के सामने भाजपा में प्रवेश लिया है। कुछ इसी तरह का मंचन आने वाले महीने में संभव नजर आने लगा है।

                  सूत्रों ने बताया कि पूर्व तानाखार विधायक रामदयाल उइके भाजपा में अपने आप को अलग थलग पा रहे हैं। आदिवासी नेता बनने का सपना टूटता नजर आ रहा है। अब एक बार फिर रामदयाल उइके भाजपा छोड़ कांग्रेस में प्रवेश का प्रयास कर रहे है। उइके को कांग्रेस नेताओं के साथ पहली मुलाकात में सकारात्मक संकेत मिला है।

           जानकारी हो कि राज्यनिर्माण के समय रामदयाल उइके मरवाही से विधायक थे। अजीत जोगी के समर्थन में उन्होने सीट खाली किया था। इसके बाद मरवाही सीट पर जोगी परिवार का कब्जा हो गया। रामदयाल उइके अपना चुनाव क्षेत्र तानाखार विधानसभा को बनाया। पिछले पिछले विधानसभा चुनाव में उन्होने कांग्रेस को छोड़कर घर वापसी की। उन्हें अपने ही घर में युवा नेता मोहित केरकेट्टा से करारी हार का सामना करना पड़ा। जानकारी हो कि जब रामदयाल उइके भाजपा में शामिल हुए उस समय कांग्रेस में उनकी हैसीयत प्रदेश कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष की थी।

          चूंकि अजीत जोगी के निधन के बाद मरवाही सीट खाली है। 6 महीने के अन्दर उप चुनाव होना है। मरवाही उप-चुनाव टिकट की दौड़ में रामदयाल उइके भाजपा के स्वाभाविक दावेदार हैं। लेकिन छः दिन पहले रायपुर में कांग्रेस के कुछ बड़े आदिवासी नेताओं से मुलाकात उन्होने तार छेड़ दिया है। कयास लगाया जा रहा है कि रामदयाल उइके के भाग्य का फैसला पुनिया से बातचीत के बाद ही तय होगा। अन्दर से संकेत मिल रहे है कि बहुत संभव है कि रामदयाल उइके का घर वापसी हो जाए …लेकिन टिकट मिलना मुश्किल है। फिलहाल यह बताना भी जरूरी है कि उइके का लक्ष्य मरवाही सीट ही है।

close