चलती ट्रेन में महिला को हवस का शिकार होने से कैसे बचाया RPF जवान ने..अब मिलेगा रेल मंत्री का पदक

Shri Mi
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नईदिल्ली।नईदिल्ली।रेलवे सुरक्षा बल के कांस्टेबल शिवाजी को बहादुरी के लिए एक लाख रुपये के नकद पुरस्कार के साथ रेल मंत्री के पदक से सम्मानित किया जाएगा। यह पुरस्कार बल के उस सदस्य को दिया जाता है जिसने बल के सदस्य के रूप में अत्यंत साहस, कौशल अथवा बहादुरी का परिचय देते हुए ड्यूटी के प्रति विशिष्ट समर्पण की भावना प्रदर्शित की हो।आरपीएफ कांस्टेबल शिवाजी 23 अप्रैल को दक्षिणी रेलवे में वेलाचारी स्टेशन से ट्रेन में पहरेदारी कर रहे थे।

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जैसे ही ट्रेन चिंताड्राइपेट स्टेशन से रवाना हुई उन्हें रात में करीब पौने बारह बजे साथ के डिब्बे से एक महिला के चीखने की आवाज सुनाई दी। आरपीएफ कांस्टेबल शिवाजी अगले स्टेशन यानि पार्क टाउन स्टेशन पर उस डिब्बे में गए। यह देखने पर की एक पुरुष महिला का यौन उत्पीडन कर रहा है। वे तत्काल हरकत में आ गए।

उन्होंने अपराधी को पकड़ा और महिला को छुड़ा लिया। अपराधी को तत्काल रेलवे पुलिस, चेन्नई एगमोर (जीआरपी) को सौंप दिया गया और शिवाजी की शिकायत पर एक एफआईआर दायर की गई। महिला को चिकित्सा के लिए चेन्नई स्थित राजीव गांधी अस्पताल ले जाया गया।

एक महिला यात्री को बचाने के लिए समय पर की गई कार्रवाई के कारण श्री शिवाजी ने अनेक लोगों का दिल जीत लिया। रेलवे महानिरीक्षक पोन माणिककावेल ने शिवाजी की तेजी से कार्रवाई की प्रशंसा की और उन्हें 5000 रुपये का नकद पुरस्कार दिया।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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