चला गया बूथ कैप्चरिंग का जमाना…भाजपा नेताओं ने कहा…भूपेश को मालूम है झीरम काण्ड का गुनहगार कौन..?

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—हड़ताल,धरना,बन्द कांग्रेस की सोची समझी नीति का हिस्सा है। भूपेश बघेल विकास विरोधी हैं। जब कांग्रेसियों की दाल नहीं गली तो जनता की भावनाओं के साथ खेलना शुरू कर दिया। लेकिन इस बार भी कांग्रेसियों की दाल नहीं गलेगी। क्योंकि न्यायिक जांच में दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा। यह बाते भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने प्रेस नोट जारी कर कही है।भाजपा नेता एल्डरमेंन मनीष अग्रवाल,जोन प्रभारी दुर्गा सोनी,विजय ताम्रकार,राजेंद्र भंडारी,प्रवीण दुबे ने संयुक्त प्रेस नोट जारी कर कहा कि इतिहास गवाह है कि कुछ लोग जनता की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करना अच्छी तरह से जानते हैं। जब जनता ने ऐसे लोगों को दरकिनार कर दिया तो सत्ता पाने के लिए नए-नए हथकंडे अपनाना शुरू कर दिया है। खासतौर पर चुनाव नजदीक आते ही कांग्रेसियों में बुखार कुछ ज्यादा ही चढ़ जाता है।भाजपा नेता एल्डरमेंन मनीष अग्रवाल,जोन प्रभारी दुर्गा सोनी,विजय ताम्रकार,राजेंद्र भंडारी,प्रवीण दुबे ने बताया कि चुनाव में बूथ कैप्टरिंग और लाठी डंडे का इस्तेमाल बीते दिनों की बात हो गयी। अब फैसला ईव्हीएम से होता है। ईव्हीम कैप्चरिंग का सवाल ही नहीं उठता। जाहिर सी बात है कि कांग्रेसियों को इससे घाटा हुआ है। अब जनता की भावनाओं के साथ खेलना शुरू कर दिया। ताकि वोट उन्हें मिले। लेकिन जनता मूर्ख नहीं है। उसे पुरानी बातें आज भी याद है। इसलिए लाठीचार्ज की रणनीति कामयाब नहीं होने वाली है।

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 भाजपा नेताओं ने कहा कि प्रदेश का तेजी से विकास हो रहा है। विपक्षी सोची समझी रणनीति के तहत विकास विरोधी षड़यन्त्र करने से बाज नहीं आ रहे हैं। कांग्रेसी राष्ट्रीय हितों को ताक पर रखकर अमन चैन के टापू को अशांत बनाने की साजिश कर रहे हैं।शासन प्रशासन को स्थानीय स्तर से लेकर दिल्ली तक कार्यवाही की ललकार लगा रहे है। चुनौती देकर कानून का माखौल उडाते हैं। रोजमर्रा के जीवन में शासकीय कार्यों में बाधा पहुंचाना कांग्रसियों की आदत में शुमार है। जनजीवन को अस्त व्यस्त कर कांग्रेसी अपना उल्लू साधने की असफल कोशिश कर रहे हैं । भाजपाइयों ने कहा कि सारी कवायद टिकट के लिये है। टिकट की लालसा में बिल्डर ने ऐसे हालात पैदा किए कि मानों पहाड़ टूट गया हो। ऊपर से भूपेश बघेल को हर जगह झीरम दिखाई देता है। जबकि उन्हें अच्छी तरह से पता है कि  झीरम कांड किसकी देन है। क्या पीसीसी प्रमुख को इतना नहीं मालूम कि सामान्य और हल्का बल प्रयोग किसे कहते हैं।

जांच बेहद जरुरी
भाजपा नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिये हैं। घटनाक्रम की जांच का स्वागत है। जांच के बाद खुलासा हो जाएगा कि कैसे लोकव्यवस्था को बाधित करने, राजनीतिक लाभ उठाने कांग्रेसी क्या-क्या हथकन्डे अपनाते हैं। पिछले 6 महीने में धरना प्रदर्शन का रिकार्ड बनाने वाले कांग्रेसी न्यायिक जांच के बाद एक्सपोज हो जाएंगे।

किसी के घर में कचरा फेंकना कितना जायज
भाजपा नेताओें के अनसुार लोकतंत्र में विरोध का अधिकार सबको है। लेकिन विरोध के नाम पर किसी के घर में गंदगी फेंकना,कचरा डालना, दहशत फैलाना कानूनन जुर्म है। किसी जनप्रतिनिधि का घर क्यों ना हो। लेकिन विरोध की अपनी मर्यादा होती है। इस मर्यादा का पालन कांग्रेस नेताओं ने नहीं किया।

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