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बिलासपुर।दक्षिण पूर्वे मध्य रेल्वे द्वारा विगत कुछ वर्षों मे अपने इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास से जुड़े अनेक कार्य तेजी से कर रही है | इसके लिए अपने कार्यक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले दूरदराज के क्षेत्रों मे जहाँ अबतक रेल की पटरी नही पहुच सकी है वहा भी रेल लाईन बिछाने का कार्य लगातार कर रही है, साथ ही आवश्यकतानुसार नई रेल लाईन, दोहरी लाईन, तीसरी लाईन एवं चौथी लाईन का कार्य भी मंडलो के दूरदराज के क्षेत्रों मे युद्ध स्तर पर काम किए जा रहे है । इस बात को ध्यान मे रखते हुये दक्षिण पूर्व मध्य रेल्वे तीनों मंडलो मे फैले सभी रेल खंडों पर अतिरिक्त इंफ्राएस्टरकचर बढ़ाने, उसे अधिक क्षमतायुक्त बनाने के लिए पिछले 4-5 वर्षों मे काफी प्रगति हुई है एवं कुछ ऐसे भी प्रोजेक्ट है जो चरणबद्ध ढंग से पूरे किए जा रहे है | दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में रेल क्षमता वृद्धि एवं आधारभूत संरचनाओं के विकास कार्य लगातार तेजी किये जाने को जनता से भी भरपूर सहयोग भी मिल रहा है | सीजीवालडॉटकॉम के व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करे
इसी कड़ी में चम्पा-रायगढ़ रेलखंड के खरसिया- भूपदेवपुर स्टेशन (लगभग 18 किलोमीटर ) एवं भूपदेवपुर-राबर्टसन (लगभग 9 किलोमीटर) पर नवनिर्मित तीसरी लाइन को मुख्य लाईन से जोड़ने एवं इस अंचल की औद्योगिक साईडिंग की कनेक्टिविटी सहित सभी विभाग के रेल आधुनिकीकरण कार्य करने इंटरलोकिंग का कार्य की जा रही है | यह कार्य 24 से 27 सितम्बर तक पूर्ण की जा रही है | इस निर्माण कार्य के पूर्ण हो जाने पर 29 सितम्बर 2019 को CRS रेलवे संरक्षा कमीश्नर, कोलकाता के द्र्वारा निरिक्षण कर इस नवनिर्मित ट्रैक पर ट्रेन चलने की स्वीकृति देंगे | इस कार्य के पूर्ण हो जाने के उपरांत चम्पा – झारसुगुडा के मध्य 99 किलोमीटर तीसरी लाइन के कार्य की एक चरण पूरी हो जायेगी |
अभी वर्तमान में चल रहे NI वर्क के दौरान रेल परिचालन से जुड़े सभी विभाग परिचालन विभाग, विद्युत् विभाग, सिग्नल एवं दूरसंचार विभाग, इन्गिनियारिंग विभाग, विद्युत् विभाग के अधिकारी एवं तकनीकी रेल कर्मचारी सैकड़ों की संख्या में अपने-अपने हिस्से के कार्यो के बखूबी निगरानी उसे पूर्ण करने में जुटे है | इस दौरान सैकड़ों की संख्या में स्टाफ एवं कांट्रेक्टर के लोग 24ओ घंटे साईट पर युद्ध स्तर पर कार्य कर रहे है जिसमें अत्याधुनिक मशीनों का उपयोग किया जा रहा है टी-28, यूनिमैट एवं ड्यूमैटिक जैसी बड़ी मशीने भी कार्य में इस्तेमाल की जा रही है |