चिल्हर का टोंटाः रसूखदारों ने खरीद लिया पांच सौ का नोट

BHASKAR MISHRA
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sbi3_660_051515114746_052015070521बिलासपुर—नोटबंदी अभियान को एक महीने पूरे हो गए हैं। बिलासपुर के किसी भी एटीएम में पाच सौ के नोट नहीं पहुंचा है। एटीएम से सिर्फ दो हजार और सौ के नोट निकल रहे हैं। दलाल दो हजार की नोट 16 और 17 सौ में खरीद रहे हैं। मजबूरी में लोग बेंचने को मजबूर भी है। लोगों में आक्रोश है। चिल्हर नहीं होने से बाजार भी सुस्त है।

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                       नोटबंदी अभियान को एक महीने पूरे हो चुके हैंं। ज्यादातर लोगों को पांच सौ के नोट का दर्शन नहीं हुआ है। आम और खास सभी लोग परेशान हैं। कुछ दिन पहले जरूर जानकारी मिली कि बैंक ने पांच सौ के नए नोट देना शुरू कर दिया है। लेकिन बैंकों ने बताया कि पांच सौ के नए नोट खत्म हो गए हैं। इलाहाबाद और स्टेट बैंक कर्मचारियों ने बताया कि चूकि सीमित मात्रा में पांच के नोट आए थे। दो दिन में ही स्टाक खत्म हो गया।

                            शहर के कमोबेश सभी एटीएम में या तो दो हजार के नोट या फिर सौ नोट निकल रहे हैं। एसबीआई बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक ने बताया कि बिलासपुर में पांच सौ के 240 करोड़ नोट मिले। लेकिन सभी नोटों को वितरित कर दिया गया है।

सांठगांठ में बंट गए नोट

               जानकारी के अनुसार बैंक अधिकारियों से सांठगांठ कर शहर के बड़े व्यापारियों ने पांच सौ के नोटों को खरीद लिया है। एक व्यापारी ने बताया कि हमने काफी प्रयास के बाद बैंक अधिकारी के सहयोग से पुराने पांच सौ नोट के बदले पांच सौ का नया नोट खरीदा है। व्यापारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि नोट अदला बदली में अधिकारियों को अलग से भुगतान करना पड़ा । यदि ऐसा नहीं करते तो नोट मिलना तो दूर व्यापार भी चौपट हो जाता।

                   जानकारी के अनुसार नोटबंदी घोषणा के बाद राजनीतिक दलों के नेताओं ने रसूख का फायदा उठाया। लाखों रूपए पुराने पांच सौ के नोटों को ना केवल बदला बल्कि परिचितों का भी बदलवाया और कमीशन लिया है।

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