बिलासपुर।राजस्व समाधान शिविर के साथ ग्रामसभा का भी आयोजन किया जाए। इससे विभिन्न राजस्व प्रकरणों का निराकरण मौके पर ही हो सकेगा। संभागायुक्त श्री सोनमणि बोरा ने आज बिलासपुर तहसील के अंतर्गत ग्राम जलसो एवं चुमकवां तथा कोटा तहसील के ग्राम सिलदहा में आयोजित समाधान शिविर में उक्त बातें कही। संभागायुक्त के साथ कलेक्टर अन्बलगन पी. भी मौजूद थे। इस अवसर पर संभागायुक्त एवं कलेक्टर ने ऋण पुस्तिका एवं खसरा, बी-1 की प्रति किसानों को वितरित किया। संभागायुक्त ने ग्राम चुमकवां राजस्व विवाद मुक्त ग्राम बनने पर बधाई दी। वहीं ग्राम जलसो एवं सिलदहा में अव्यवस्था को लेकर गहरी नाराजगी भी जताई। संभागायुक्त श्री बोरा ने ग्रामवासियों से चर्चा करते हुए कहा कि समाधान शिविर जमीन और भू-अभिलेख से संबंधित केन्द्रित है।
गांव स्वच्छ एवं सुंदर बनें-
संभागायुक्त श्री बोरा ने ग्रामीणों को समझाईश देते हुए कहा कि अच्छा घर होने के साथ ही शौचालय होना जरूरी है। यह समय की मांग है। गांव को साफ-सुथरा रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। इससे विभिन्न बीमारियों से भी बचा जा सकेगा। गांव के बहन-बेटियों को भी शौचालय नहीं रहने पर कई आपत्तिजनक स्थितियों सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि गांव में शत्प्रतिशत शौचालय बनें और गांव से गंदगी को दूर करें। उन्होंने ग्राम सरपंचों से भी कहा कि गांव को निर्मल बनायेंगे, तो आपके जीवन काल में भी संतुष्टि मिलेगी।
चुमकवां राजस्व विवाद मुक्त ग्राम बना-
संभागायुक्त श्री बोरा एवं कलेक्टर अन्बलगन पी. ने आज चुमकवां राजस्व समाधान शिविर पहंुचे। यहां पर उन्हें बताया गया कि राजस्व से संबंधित कोई विवाद नहीं हैं। इससे यह ग्राम राजस्व विवाद मुक्त हो गया है। उन्होंने इसके लिए ग्रामवासियों को बधाई दी। संभागायुक्त श्री बोरा ने कहा कि राजस्व समाधान में अव्वल होने के साथ ही शेष कार्यों में भी नंबर वन बनें। श्री बोरा ने कहा कि राजस्व विवाद मुक्त ग्राम की परिकल्पना को भविष्य में भी कायम रखें। यह कार्य टीम वर्क से ही होता है।
बेटी जब तक चाहे पढ़ाएं-
संभागायुक्त श्री बोरा ने शिक्षा को बढ़ावा देेने के लिए विशेष जोर देते हुए कहा कि लड़कों के साथ ही बेटियों को भी जब तक पढ़ना चाहिए पढ़ाएं। शिक्षा के लिए सरकार द्वारा विभिन्न सुविधाएं दी जा रही है। उन्होंने ग्रामवासियों से कहा कि गांव में अति गरीब के बच्चों के साथ ही निःशक्तजनों को भी स्कूल तक पहुंचाएं। इसके बिना गांव के शिक्षा का प्रतिशत पूर्ण नहीं हो पायेगा। उन्होंने ग्रामवासियों को इसके लिए संकल्प लेने के लिए आव्हान किया।
राजस्व समाधान शिविर में संबंधित एसडीएम, तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक, पटवारी, जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, शिक्षा एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी, पंच-सरपंच, गणमान्य नागरिक एवं ग्रामीणजन उपस्थित थे।