बिलासपुर—छत्तीसगढ़ी महतारी भाषा यानी छत्तीसगढ़ी भाषा में प्राथमिक शिक्षा देने,सरकारी कामकाज छत्तीसगढ़ी राजभाषा में संपादित करने की जरूरत है। प्रदेश में आउटसोर्सिंग बंद करने के अपने तीन प्रमुख मांगों को लेकर छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना ने आनेवाले दिनों में एक महाधरना का ऐलान किया है। प्रेस वार्ता में आज नंदकुमार शुक्ल ने कहा कि आगामी 1 नंवबर को रायपुर के बूढ़ा तालाब स्थित मैदान में महाधरना का आयोजन किया जाएगा।
आज बिलासपुर प्रेस क्लब में पत्रकारों से चर्चा करते हुए क्रांति सेना के समर्थक और जाने-माने छत्तीसगढ़ी साहित्यकार नंदकुमार शुक्ल ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ी भाषा में कामकाज और पढ़ाई-लिखाई कराने की उनकी मांग की है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ी भाषा के संरक्षण से जुड़ा हुआ मसला है। आनेवाले दिनों में यदि इस पर अमल नहीं किया गया तो प्रदेश में जन आक्रोश जैसी स्थिति बन सकती है।