छत्तीसगढ़ की जेलों में बंद हैं, आवास क्षमता के मुकाबले 7 हजार से अधिक कैदी… कहीं कैद हैं दोगुने से अधिक बंदी

Chief Editor
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रायपुर ।  छत्तीसगढ़ की जेलों में क्षमता से अधिक कैदी बंद है। प्रदेश की जेलों में जितने कैदियों के रहने का इंतजाम है, उसके मुकाबले करीब 7 हजार कैदी अधिक हैं। विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान एक सवाल के लिखित जवाब में जानकारी दी गई है की  छत्तीसगढ़ की जेलों में कुल 12,281 कैदियों के आवास की क्षमता है। जबकि यहां की जेलों में 31 दिसंबर 2017 की स्थिति में 19,372 कैदी सजा काट रहे हैं। जानकारी में यह बात भी सामने आई छत्तीसगढ़ में 9 ऐसी जेलें भी हैं, जहां क्षमता से कम कैदी रह रहे हैं।

विधानसभा के मौजूदा सत्र में विधायक लखेश्वर बघेल ने गृह मंत्री से पूछा था कि प्रदेश में कुल कितनी जेल हैं…..? जेलों में क्षमता कितनी है और वर्तमान में कितने कितने – कितने कैदी प्रदेश की जेलों में निरुद्ध हैं…? उन्होंने इसकी जिलेवार जानकारी मांगी थी।  इस सवाल के लिखित जवाब में गृह मंत्री रामसेवक पैकरा ने लिखित जानकारी दी है कि  प्रदेश में कुल 33 जेल है। पिछले 31 दिसंबर की स्थिति में जेलों में बंदी आवास क्षमता 12,281 है जिसके विरुद्ध कुल 19,372 बंदी रखे गए हैं। इस तरह छत्तीसगढ़ की जेलों में क्षमता के विपरीत करीब 7000 से अधिक कैदी रखे गए हैं । लिखित जवाब में दी गई जिलेवार जानकारी के मुताबिक  कई जिले की जेलों में क्षमता से काफी अधिक बंदी रखे गए हैं। जिनमें रायपुर जेल में 1,190 की जगह 3,144 कैदी हैं । दंतेवाड़ा जेल में 210 कैदियों  की जगह है और 702 कैदी रखे गए हैं। जगदलपुर – बस्तर में 1,351 की जगह 2,238 कैदी बंद है।  इसी तरह बिलासपुर सेंट्रल जेल में 1,838 के मुकाबले 3,484 कैदी अपना वक्त काट रहे हैं । अंबिकापुर जेल में 1,020 की जगह है और 2,488 कैदी रखे गए हैं। दुर्ग जेल में भी 1,606 के मुकाबले 2,062 कैदी हैं ।

जिलेवार जानकारी के मुताबिक कई जिले ऐसे भी हैं ।  जहां जेलों में क्षमता से कम कैदी रखे हैं। नारायणपुर जेल में 110 कैदियों के आवास की व्यवस्था है औऱ वहां 53 कैदी हैं। बिलासपुर जिले की पेंड्रारोड जेल में 110 कैदियों के रहने की क्षमता है जिसके विरुद्ध  वहां 48 कैदी रखे गए हैं। इसी तरह रायगढ़, कोरबा , जांजगीर ,जशपुर, डोंगरगढ़, खैरागढ़, मुंगेली और बीजापुर जेल में भी आवास क्षमता से कम कैदी है ।

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