छत्तीसगढ़ को बना दिया अडानीगढ़…जोगी ने कहा…संभव नहीं 72 प्रतिशत आरक्षण…लेकिन किसी को नहींं दूंगा अकल

BHASKAR MISHRA
8 Min Read
बिलासपुर—जनता कांग्रेस के सुप्रीमों और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने बिलासपुर में पत्रकारों से बातचीत की। जोगी ने कहा ऐसा लगता है कि भूपेश बघेल ने बिना किसी होमवर्क किए वाह वाही लूटने के लिए आरक्षण को बढ़ाकर लागू किया है। यह जानते हुए भी सुप्रीम कोर्ट के दिशा निर्देश के अनुसार पचास प्रतिशत से अधिक  संभव नहीं है। चिर परिचित अंदाज़ में जोगी ने भूपेश सरकार की एक एक निर्णय पर सवाल किए। लेकिन पेन्ड्रा मरवाही गौरेला जिला बनाए जाने पर साधुवाद दिया। उन्होने कहा कि जनता चाहती है कि नए जिले का नाम नर्मदांचल रखा जाए। क्योंकि क्षेत्र की जनता का मां नर्मदा के प्रति गहरी आस्था है।
वाह वाही के लिए जल्दबाजी…पर्याप्त वर्क  नहीं
                                सवाल जवाब के दौरान अजीत जोगी ने बताया कि सरकार की आरक्षण नीति गलत है। इसका लागू हो पाना असंभव है। हम पिछड़ा वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण का समर्थन करते हैं। मुश्किल है कि इसे लागू नहीं किया जा सकता है। क्योंकि 27 प्रतिशत आरक्षण लागू होने के बाद छत्तीसगढ़ में कुल आरक्षण 72 प्रतिशत हो जाएगा। सीएम ने एलान किया है कि दस प्रतिशत सामान्य लोगों को दिया जाएगा। पांच प्रतिशत दिव्यांगों के लिए आरक्षण का प्रावधान पहले से ही। इसका मतलब है कि कुल आरक्षण प्रतिशत 85 प्रतिशत से अधिक हो जाएगा। जबकि तमिलनाडु में भी अधिकतम 67 प्रतिशत आरक्षण है। ऐसे में अन्य सामान्य लोगों के केवल 14 प्रतिशत स्थान बचेगा। सीएम का निर्णय अव्यवहारिक,असंवैधानिक है। भूपेश बघेल ने बिना किसी होमवर्क के वाह वाही लूटने के लिए आरक्षण बढ़ाने का एलान किया है। हाईकोर्ट, सुप्रीमकोर्ट में चैलेंज हो सकता है। जाहिर सी बात है कि लागू करवा पाना नामुमकिन है। जोगी ने यह कहा कि यह संभव भी है…लेकिन मैं अकल नहीं दूंगा। क्योंकि अकल पाने के बाद भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों ने प्रदेश का बंटाधार किया है।
भ्रष्टाचार को बढ़ावा…जमकर लगेगी बोली
                           जोगी ने सवाल के जवाब में बताया कि बिलासपुर निगम विस्तार योजना की हमारी पार्टी खिलाफत करेगी। जनता नही चाहती कि नगर निमग में शामिल हो। हां कुछ क्षेत्र ऐसे जरूर हैं जिन्हें बिलासपुर नगर निगम में शामिल किया जाना चाहिए। बस्ती शहर का हिस्सा बन चुकी है। बसाहट भी गलत है। उन्हें निगम में शामिल कर ठीक ठाक किया जाए। जोगी ने एक सवाल पर कहा कि जानकारी मिल रही है कि अब मेयर या नगर जिला पंचायत प्रमुख का चुनाव अप्रत्यक्ष से किया जाएगा। इसका हम विरोध करते हैं। जानबूझकर भ्रष्टाचार को बढ़वा देने की प्लानिंग की गयी है। मेयर या अध्यक्ष चुनाव में जिसके पास धन होगा वहीं मेयर या अध्यक्ष बनेगा। लोगों को घूमने का भरपूर मौका मिलेगा। खरीद फरोख्त को बढ़ावा मिलेगा। सरकार अप्रत्यक्ष चुनाव करवाकर लोकतंंत्र का गला घोटने की तैयारी कर रही है। क्योंकि लोगों को अपना मुखिया चुनने का लोकतांत्रिक अधिकार है।
                 जोगी ने बताया कि दरअसल भूपेश बघेल लोकसभा चुनाव में करारी हार से डर गए हैं। उन्हें हाईकमान के सामने हिसाब किताब ठीक करना है। इसलिए मेयर या अध्यक्ष का चुनाव अप्रत्यक्ष कराना चाहते हैं।
हाथी रिजर्व के लिए अपर्याप्त जगह…खतरनाक होगा कोयला उत्खनन
                      सवाल जवाब के बीच जोगी ने कहा कि ऐसा लगता है कि सीएम लेेमरू एलिफेंट रिजर्व की घोषणा के पहले वर्क नहीं किया है। हाथियों के लिए प्रस्तावित 400-500 वर्ग किलोमीटर का स्थान पर्यापत नहीं है। कम से कम हाथियों के लिए 1500 वर्गकिलोमीटर क्षेत्र में एलिफेन्ट रिजर्व की घोषणा करना था।  सीएम ने यहां भी वाहवाही लूटने के लिए जल्दबाजी में घोषणा की है। इसकी मुख्य वजह हसदेव बांगो  क्षेत्र में कोयला का अकूत भण्डार है।भण्डर को अडानी के हवाले किया जाएगा। यदि इस क्षेत्र को हाथियों के लिए छोड़ दिया जाए तो बेहतर होगा। जानमाल की हानि भी नहीं होगी। आने वाले समय मे भीषण त्रासदी को भी टाला जा सकता है। जोगी ने बताया कि कोयला उत्खनन के बाद बड़े बड़े गड्ढे तैयार हो जाएंगे। बांसारा पानी रिसकर गड्ढों में जाएगा। लोगों कों भयंकर त्रासदी का सामना करना पड़ेगा।
आदिवासियों की भी जान कीमती
                                 जोगी ने बताया कि बस्तर में पिछले पन्द्रह दिनों से 6 आदिवासी नक्सलियों के बंधक हैं। स्थानीय स्तर पर आदिवासियों को छुड़ाने का प्रयास तो किया जा रहा है लेकिन पर्याप्त नही है। जिस तरह एलेक्स पाल मेमन को छुड़ाने का प्रयास किया गया। उसी तरह प्रयास किया जाना होगा। क्योंकि जान की कीमत सबकी बराबर है। इसके लिए नक्सली जानकार और सलाहकारों से राय मशविरा कर सरकार को प्रयास करना होगा। बताना जरूरी है कि सभी आदिवासियों की जान कीमती है।
छत्तीसगढ़ को बना दिया अडानीगढ़
                       जोगी ने कहा कि ऐसा लगता है कि सरकार ने छत्तीसगढ़ को अडानीगढ़ बनाने का फैसला कर लिया है। भाजपा ने 15 साल मेम अडानी को 4 बड़ी खदानों को दिया। लेकिन भूपेश सरकार ने अपने 2 महीने के कार्यकाल में 5 खदानों को लूटने के लिए दे दिया है। दोनो सरकारें छग को अडानीगढ़ बनाने के लिए दोषी है। छत्तीसगढ़ की अमीर धरती को बेइंतहा दोहन किया जा रहा है। इसी बात को लेकर…छत्तीसगढ़ की धन सम्पदा और अस्मिता को बचाने के लिए कांग्रेस से निकलकर पार्टी का गठन किया। स्थानीय पार्टी ही प्रदेश की अस्मिता और सम्पदा को बचा सकती है। क्योंकि राष्ट्रीय पार्टियां तो छत्तीसगढ़ की सम्पत्ति पर पहला अधिकार दिल्ली का मानती हैं। ऐसी सोच राज्य के लिए खतरनाक है।
जिला का नाम नर्मदांचल
                                  जोगी ने भूपेश बघेल को साधुवाद देते हुए कहा कि पेन्ड्रा मरवाही गौरेला जिला बनने से क्षेत्र का तेजी से विकास होगा। पिछले पन्द्रह सालों से हमने जिला बनाने की मांग की थी। भूपेश बघेल ने मांग को स्वीकार किया। इसके लिए धन्यवाद देता हूं। जनता की आस्था मां नर्मदा से गहरे तक जुड़ी है। इसलिए नए जिले का नामम पेंड्रा-गौरेला-मरवाही के स्थान पर नर्मदांचल रखा जाना बेहतर होगा।
द्विटर से बधाई
                  पत्रकारों से बातचीत के दौरान जोगी ने कहा कि गांधी नेहरू परिवार से उनका घनिष्ट नाता है। मैने सोच समझकर कांग्रेस को छोड़ा। सोनिया गांधी को अपने निर्णय से अवगत कराया। सवाल ही नहीं है कि अब लौटकर कांग्रेस पार्टी में जाऊं। इस बात की जानकारी सोनिया गांधी को अच्छी तरह से है। उन्हें कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की बधाई ट्विटर से दिया है।
close