रायपुर— देश के पांच सबसे ज्यादा गरीबी के रेखा के नीचे जीवन यापन करने वालों में छत्तीसगढ़ का नाम शामिल है। एमओेएसपीआई योजना आयोग से जारी रिपोर्ट के अनुसार देश के पांच सबसे ज्यादा गरीब आबादी वालों राज्यों में छत्तीसगढ़ का भी नाम शामिल है। रिपोर्ट के अनुसार छत्तीसगढ़ में 39.93 प्रतिशत आवादी गरीबी रेखा के नीच जीवन यापन करते हैं। रिपोर्ट जारी होने के बाद जनता कांग्रेस नेताओं ने सरकार के विकास के दावों को आड़े हाथ लिया है।
जनता कांग्रेस कार्यालय से जाारी प्रेस नोट में रिपोर्ट को लेकर चिंता जाहिर की गयी है। पार्टी प्रवक्ता डॉ.उदय ने बताया कि आयोग की रिपोर्ट से जाहिर हो गया है कि राज्य सरकार के विकास के सभी दावे खोखले हैं। राज्य में चल रही कमोबेश सबी योजनायें ोमात्र दिखावा और छलावा मात्र हैं। छत्तीसगढ़ में गरीबों की संख्या दिनोदिन बढ़ती जा रही है। सरकार ढिंढोरा पीट-पीटकर विकास के दावे कर रही है।
रिपोर्ट से जाहिर हो गया है कि प्रदेश में गरीब और गरीब हो रहा है जबकि अमीर और अमीरी की सीमाओं को भी पार कर गए हैं। एमओएसपीआई., योजना आयोग की रिपोर्ट में देश के शीर्ष 5 राज्यों में छत्तीसगढ़ की 39.93 फीसदी आबादी गरीबी रेखा के नीचे है। देश भर में सबसे अधिक गरीबी आबादी का प्रतिशत है। आंकड़े छत्तीसगढ़ सरकार को शर्मिन्दा करने के लिए पर्याप्त हैं।
राज्य सरकार दावा करती है कि हम विकास के सभी चरणों में नंबर 1 हैं। रिपोर्ट के बाद सरकार के दावे की पोल खुल गयी है। 14 साल से भाजपा सरकार ने गरीबों को छलने के अलावा कुछ नहीं किया। यदि सरकार ने कुछ किया होता तो गरीबी रेखा की आबादी की सूची में छत्तीसगढ़ देश भर में पहले नंबर पर नहीं होता।