छत्तीसगढ़ के शिक्षाकर्मियों को मिली ऐतिहासिक सौगात,अमित शाह बोले-अनुसूचित जाति जनजाति अधिनियम-आरक्षण की व्यवस्था कभी नहीं बदल सकती

Shri Mi
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अंबिकापुर।छत्तीसगढ़ राज्य की शिक्षा व्यवस्था की धुरी माने जाने वाले शिक्षाकर्मियों का संविलियन किया जाएगा। वहीं अनुसूचित जाति जनजाति अधिनियम में कभी बदलाव नहीं होगा और न आरक्षण की व्यवस्था कभी बदलेगी। राज्य में इन दिनों चल रही प्रदेशव्यापी विकास यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने उत्तर छत्तीसगढ़ अम्बिकापुर में यह ऐलान कर शिक्षाकर्मियों को ऐतिहासिक सौगात दी। वहीं मुख्यमंत्री के साथ विकास यात्रा में शामिल राज्यसभा सांसद अमित शाह ने अनुसूचित वर्गाें के हित में अनुसूचित जाति एवं जनजाति (अत्याचार निरोधक) अधिनियम में कभी बदलाव नहीं करने और आरक्षण की व्यवस्था नहीं बदलने की राष्ट्रव्यापी जानकारी दी।

             
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राज्य सभा सांसद अमित शाह, मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के साथ विकास यात्रा में अग्रसेन चौक से आम सभा स्थल तक रोड शो में शामिल हुए। आमसभा में मुख्य अतिथि की आसंदी से राज्य सभा सांसद ने केन्द्र शासन की महत्वाकांक्षी जनकल्याणकारी योजनाओं की विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य में योजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर मिली उपलब्धियों को रेखांकित कर इसकी सराहना की। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने अध्यक्षीय आसंदी से कहा कि शिक्षाकर्मियों के संविलियन के संबंध में जल्द ही कैबिनेट की बैठक लेकर इसका क्रियान्वयन किया जाएगा।

आमसभा में छत्तीसगढ़ राज्य से सबसे पहले माउंट एवरेस्ट फतह करने वाले अम्बिकापुर के युवा राहुल गुप्ता को राज्य सभा सांसद और मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने संयुक्त से सम्मानित किया। इस अवसर पर राज्य सभा सांसद अमित शाह को पंडित दीनदयाल के तेलचित्र प्रतीक चिन्ह के रूप में भेंट किया गया।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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