नई दिल्ली।केन्द्रीय पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने छत्तीसगढ़ को महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना ( मनरेगा), प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (द्वितीय चरण) और स्वच्छ भारत मिशन के लिए 850 करोड़ रूपए की लंबित राशि जल्द जारी करने की सैद्धांतिक सहमति प्रदान कर दी है और राज्य को यह राशि जल्द दिलाने का आश्वासन दिया है।तोमर ने बुधवार को नई दिल्ली में छत्तीसगढ़ के पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री अजय चंद्राकर को इस राशि के लिए राज्य से प्राप्त प्रस्तावों पर अपनी सैंद्धांतिक सहमति प्रदान कर दी है।
अजय चंद्राकर कृषि भवन में केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर से मुलाकात कर एक उच्च स्तरीय बैठक में छत्तीसगढ़ सरकार के विभिन्न प्रस्तावों पर विचार-विमर्श किया। इस अवसर पर केन्द्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री राम कृपाल यादव और छत्तीसगढ़ सरकार के अपर मुख्य सचिव (पंचायत एवं ग्रामीण विकास) श्री एम.के.राउत भी उपस्थ्ति थे।
बैठक में चंद्राकर ने केन्द्रीय मंत्रियों को बताया कि, छत्तीसगढ़ में वर्तमान में कुल 26 हजार 540 किलोमीटर लम्बी, 63 हजार 317 सड़के एवं 55 पुलों का निर्माण पीएमजीएसवाई फेस -1 के तहत किया जा चुका है।, उन्होंने बताया कि राज्य पीएमजीएसवाई फेस – II के लिए पात्र हो गया है। पीएमजीएसवाई II के तहत राज्य को दो हजार 245 किलो मीटर लम्बाई की सड़कों का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने इस योजना को पूरा किये जाने की दिशा में केन्द्र में जल्द ही राज्य को पीएमजीएसवाई -II की पात्रता दिए जाने का आग्रह किया है।
ग्रामीण विकास मंत्री ने बताया कि , छत्तीसगढ़ द्वारा वित्तीय वर्ष 2016 -17 में छत्तीसगढ़ की 3 हजार 7 सौ 99 ग्राम पंचायतों को खुले में शौचमुक्त बनाने के क्रम में 10 लाख व्यक्तिगत पारिवारिक शौचालयों का निर्माण किया जाना आपेक्षित है। वर्तमान में प्रदेश की एक हजार 8 सौ 94 ग्राम पंचायतों खुले में शैाचमुक्त हो चुके है। चंद्राकर ने केन्द्र से स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत राज्य को केन्द्र से मिलने वाली राशि शीघ्र जारी किये जाने का आग्रह किया है। चंद्राकर ने बैठक में बताया कि, छत्तीसगढ़ द्वारा महात्मा गाँधी नरेगा के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2016 -17 में अभी तक अनुमोदित लेबर बजट 900 लाख मानव दिवस के विरूद्ध 610 लाख मानव दिवस अर्जित किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि लक्ष्य के विरूद्ध मानव दिवस सृजित करने में छत्तीसगढ़ पूरे देश में तीसरा स्थान है।