रायपुर । छत्तीसगढ प्रदेश कांग्रेस ने दावा किया है कि धनबल प्रशासन और गुंडा तत्वों के हो रहे दुरूपयोग के बावजूद 300 से अधिक कालेजों में एन.एस.यू.आई. के उम्मीदवार छात्र संघ चुनाव में जीतकर आए हैं। जिसमें पूरे सरगुजा बस्तर सहित राजनांदगांव, रायपुर, बलौदाबाजार, कवर्धा, कोरिया, जांजगीर-चांपा, दुर्ग, रायगढ़, जशपुर जिलों में एनएसयूआई प्रत्याशियों को शानदार कामयाबी मिली है
प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष शैलेष नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि 300 से अधिक कालेजों में एन.एस.यू.आई. उम्मीदवार की शानदार सफलता हासिल हुई है। पिछले साल की तुलना में इस बार एनएसयूआई प्रत्याशियों को अच्छी सफलता मिली है। उन्होने कहा कि छात्रसंघ चुनाव नतीजे में शांति कश्यप नकल प्रकरण से विद्यार्थियों में नाराजगी देखने को मिली है। छात्रसंघ चुनावों मे पूरी सरकार पुलिस प्रशासन, गुंडातंत्र और धनतंत्र सक्रिय हो गया था। एबीवीपी की डूब रही नैया को बचाने के लिये महाविद्यालय के प्राचार्य, प्राध्यापक एवं छात्रसंघ प्रभारियों पर दबाव डाला जा रहा था। एबीवीपी के दलगत राजनीति से दूर रहने के खोखले दावों की हकीकत बेपर्दा हो गयी है । जब भाजपा का भ्रश्ट तंत्र के छात्रसंघ चुनावों में एबीवीपी के पक्ष में उतर गया। महाविद्यालयों में शिक्षकों और मूलभूत सुविधाओं की कमी के लिये छात्र जगत ने भाजपा सरकार को ही जिम्मेदार माना है। छात्र जगत में भाजपा सरकार के प्रति नाराजगी का एन.एस.यू.आई. को लाभ मिला है। शिक्षा मंत्री केदार कश्यप की पत्नी से जुड़े लोहाण्डीगुड़ा नकल कांड से भी छात्रसंघ चुनावों में जिस तरह से अच्छे एवं योग्य उम्मीदवारों का फार्म रिजेक्ट करने के लिये सरकारी तंत्र का इस्तेमाल किया गया है, उसके खिलाफ भी छात्र जगत आक्रोशित था और पूरे छत्तीसगढ़ के कालेजों में और विश्वविद्यालयों में एन.एस.यू.आई. उम्मीदवारों को अच्छा समर्थन मिला।