छात्रावास काण्डः कांग्रेस ने फोड़ा वार्डन पर ठिकरा

BHASKAR MISHRA
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IMG_20151001_121352बिलासपुर— पोस्टमैट्रिक छात्रावास घटना की जांच करने आज कांग्रेस की जांच टीम आदिवासी विभाग सहायक आयुक और बच्चों से मिलकर जानकारी हासिल की है। छः सदस्यीय जांच टीम के सदस्य गुरू इस दौरान नहीं दिखाई दिये। प्रेस वार्ता में कमेटी के अध्यक्ष बोधराम कंवर ने बताया कि छात्रों के साथ ना केवल अन्याय हुआ है। बल्कि प्रशासनिक अत्याचार भी किया गया है।

                     पोस्टमैट्रिक छात्रावास की छात्राओं से पुलिस दुर्व्यवहार और प्रशासनिक अत्याचार के खिलाफ कांग्रेस की पांच सदस्यीय टीम आज छात्रावास पहुंची। छात्रावास की छात्राओं से मिलने के पहले टीम के सदस्य अनुसूचित जाति विभाग के सहायक आयुक्त गायत्री नेताम से भी मुलाकात की। पांच सदस्यीय टीम में बोधराम कंवर, दिलिप लहरिया, नरेन्द्र बोलर, कृष्णा बघेल, चुरावन मंगेशकर शामिल हैं। जबकि छठवां सदस्य आरंग के पूर्व विधायक रूद्र गुरू नहीं पहुंच सके। टीम के साथ प्रदेश कांग्रेस महामंत्री अटल श्रीवास्तव, जिला कांग्रेस ग्रामीण अध्यक्ष राजेन्द्र शुक्ला, कांग्रेस के संभागीय प्रवक्ता अभय नारायण राय और शहर कांग्रेस प्रवक्ता ऋषि पाण्डेय विशेष रूप से उपस्थित थे।

               जांच के बाद प्रेस वार्ता में बोधराम कंवर ने बताया कि गायत्री नेताम, छात्रावास की हालत और प्रयास हास्टल से रूबरू होने के बाद जो बात सामने आयी है। वह दिल को काफी तकलीफ देने वाली है। कंवर ने बताया कि गायत्री नेताम के अनुसार हास्टल से लगातार शिकायतें मिल रही थीं। कुछ छात्राओं ने कलेक्टर और विभाग को लिखित शिकायत कर कहा था कि हास्टल में अतिरिक्त लोग रहते हैं। जिनका संबध पढ़ाई लिखाई से नहीं है। उन्हें पठन पाठन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसके गायत्री नेताम ने जांच कमेटी को बताया कि छात्रावास से कुछ अति गंभीर शिकायतें भी छात्राओं से प्रशासन से मिली थी। इसके बाद जो भी अवैध छात्राएं थीं उन्हें हास्टल से निकाला गया है।

                     कंवर ने बताया कि कमला नेहरू छात्रावास में जांच के दौरान काफी गड़बड़ियां सामने आयी हैं। छात्राओं ने बताया कि उन्हें 24 घंटे पहले छात्रावास खाली करने का आदेश दिया गया। प्रशासन ने कपड़े भी जला दिये। मोबाइल लैपटाप भी कार्रवाई के बाद गायब हो गये हैं। उन पर लाठी चार्ज भी किया गया। पुलिस थाने तक घसीटा गया है। कंवर ने बताया कि जांच के दौरान वार्डन की भी शिकायत मिली है। जो काफी गंभीर है। उन्होंने कहा कि छात्रावास अधीक्षिका छात्राओं से रुपए लेकर हास्टल में रहने की अनुमति देती थीं। यह सब बड़े अधिकारियों के इशारे पर ही किया गया है।

         बोधराम कंवर ने कहा कि हमने प्रयास छात्रावास का भी निरीक्षण किया। वहां आज तक बुनियादी सुविधा तक नहीं पहुंच पायी है। समझ में नहीं आता कि सरकार आखिर कर क्या रही है। यदि वहां छात्राओं को रखा गया तो समाज के सामने गंभीर परिणाम आ सकते हैं। बिजली पानी सुरक्षा का वहां किसी प्रकार का इंतजाम नहीं है।

                   जांच समिति अध्यक्ष ने बताया कि हमने इस मामले में कलेक्टर को भी अवगत कराया है। जांच समिति ने तत्काल प्रभाव से वार्डन के खिलाफ  कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने बताया कि रिपोर्ट पीसीसी अध्यक्ष को दिया जाएगा। आगे जो भी निर्णय होगा कांग्रेस कार्यकर्ता उसी के अनुसार काम करेंगे।

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