बिलासपुर—डॉ.ए.पी.जे. कलाम शिक्षा गुणवत्ता अभियान के अन्तर्गत बिल्हा विकासखण्ड के ग्राम मोहतराई के पूर्व माध्यमिक शाला में आज अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास एम.के. राउत ने स्कूली बच्चों और शिक्षकों को पढ़ने-पढ़ाने का तरीका बताया। उन्होंने कक्षा 2री, 5वीं, 6वीं के बच्चों को उनके कक्षा में जाकर विज्ञान, गणित एवं अंग्रेजी विषय प्रश्नोत्तर किया। इस दौरान सचिव पंचायत ने शिक्षकों से भी प्रश्न किया। स्कूल में साफ सफाई व्यवस्था का भी अवलोकन किया।
निरीक्षण के बाद अपर मुख्य सचिव ने बताया कि स्कूल की हालत बहुत अच्छी नही कही जा सकती है। एक प्रश्न के जवाब में बताया कि बच्चे शिक्षकों से बेहतर हैं। शिक्षकों की हालत संतोषप्रद नहीं है। खासतौर पर प्राइमरी स्कूल के शिक्षकों को बुनियादी प्रशिक्षण की सख्त जरूरत है। सीजी वाल के सवाल का जवाब देते हुए राउत ने कहा कि शासन के निर्देश के आधार पर ही मोहतराई स्कूल का चयन किया गया। साफ सफाई के अलावा यहां पहले की तुलना में बहुत अधिक सुधार नहीं हुआ है। राउत ने बताया कि बच्चे जिज्ञासु हैं लेकिन उनका पठन पाठन ठीक ठाक नहीं हो रहा है।
पत्रकारों से बात करते हुए राउत ने बताया कि आश्चर्य की बात है कि एक ही कैम्पस में दो स्तर के स्कूल लगते हैं। लेकिन मिडिल स्कूल का ग्रेड बी है और प्राइमरी स्कूल का ग्रेड सी है। यह सोचने समझने की बात है कि आखिर एक दिवार के अन्तर में दोनों स्कूलों के ग्रेडेशन में इतना अंतर क्यों। राउत ने एक सवाल के जवाब में बताया कि ओवर आल निरीक्षण के बाद यही बात सामने आती है कि अभी बहुत मेहनत किया जाना बाकी है।
पत्रकारों से सवाल जवाब के पहले अपर मुख्य सचिव ने मीडिल स्कूल के 6 वीं के बच्चों से क्रमिक रूप से सवाल किये। बच्चों ने बेखौफ होकर सवालों का जवाब दिया। राउत के कहने पर बच्चों ने राष्ट्रगान भी किया। लेकिन प्राइमरी स्कूल में बच्चों से कहीं ज्यादा शिक्षकों की दयनीय स्थिति नजर आई। एक शिक्षिका ने तो अंबेडकर के योगदान के बारे में भी जानकारी नहीं दे सकी। वहीं अपर मुख्य सचिव ने जब पूछा चन्द्रशेखर आजाद की तस्वीर की ओर इशारा कर पूछा कि यह कौन है। उसने सुभाष चन्द्र बोस बताया। नाखुश राउत कक्षा बाहर निकल आये।
इस दौरान बच्चों ने श्री राउत के प्रश्न पर बताया कि वे लोग पानी थाली में या चुल्लू से पीते हैं। जिस सुनकर शिक्षकों से इस बारे में सवाल जवाब किया।
पत्रकारों से चर्चा के दौरान राउत ने बताया कि युक्तियुक्त करण के बाद शिक्षकों की समस्या को दूर कर लिया जाएगा। सीजी वाल के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि शिक्षाकर्र्मी सरकारी कर्मचारी नहीं है। उनका स्थानांतरण जिला पंचायत के बाहर नहीं हो सकता है। उन्होंने इस बात से इंकार किया कि स्थानांतरण को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी दबाव या फिर पैसे में काम कर रहें हैं।उन्होंने बताया कि सूखा का सर्वे हो चुका है। रिपोर्ट दिल्ली भेज दिया गया है। दस दिन बाद निर्देशानुसार राहत कार्य तेज हो जाएगा।
स्वच्छता का पाठ पढ़ाया-
अपर मुख्य सचिव राउत ने कक्षा के दीवार में टंगे स्वच्छता चार्ट को देखकर पढ़ने के लिए कहा। उसे समझकर स्वच्छ रहने, हाथ धोकर भोजन करने, रोज नहाने, नाखून काटने एवं शौचालय में ही शौच जाने की बात कही। उन्होंने गांव के तालाब की स्थिति एवं उसकी स्वच्छता की जानकारी ली।
पढ़ाने का तरीका सिखाया-
राउत ने शिक्षक-शिक्षिकाओं से कहा कि कक्षा में ऐसे पढ़ाये कि बच्चे आसानी से समझ सकें। उन्होंने पढ़ाने के तरीकों को स्पष्ट करते हुए कक्षा के बच्चों से यस सर, थैंक्यू जैसे व्यहारिक शब्दों के मायने नहीं बताने पर उसे समझाने के लिए कहा।
स्वच्छता अभियान की तारीफ
एम.के.राउत ने बिल्हा विकासखण्ड के ग्राम मोहतराई के ग्राम पंचायत कार्यालय जाकर सरपंच एवं ग्रामीणों से गांव में संचालित विभिन्न कार्यों एवं योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में जानकारी ली। इस अवसर पर कलेक्टर अन्बलगन पी. एवं जिला पंचायत के सीईओ सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे, सरपंच रामावतार, ग्राम की मितानिन, आंगनबाड़ी केन्द्र के कार्यकर्ता सहित ग्रामीणजन उपस्थित थे।