छात्र संघ चुनाव से एनएसयूआई का बहिष्कार…नेताओं ने कहा…अधिनायकवादियों का करेंगे विरोध

BHASKAR MISHRA
2 Min Read

बिलासपुर—एनएसयूआई ने गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव के बहिष्कार का एलान किया है। छात्र नेताओं ने आरोप लगाया है कि गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में हस्तक्षेप और मनमानी कर रहा है। कांंग्रेस नेता मणि वैष्णव ने बताया कि एनएसयूआई की जब तक 5 सूत्री मांगे पूरी नही होती है चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा।

Join Our WhatsApp Group Join Now

             मालूम हो कि गुरूघासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव के लिए 720 नामांकन फार्म की बिक्री हुई है। मणि वैष्णव ने बताया कि उतने ही फार्म  जमा किए गए। लेकिन विश्वविद्यालय प्रबंधन ने मात्र 125 फॉर्म ही स्वीकार किया है। प्रबंधन ने बिना कारण बताए 30 फॉर्म को अवैध घोषित कर दिया है। रिजेक्ट किए गए फार्म में ज्यादातर एनएसयूआई समर्थित प्रत्याशियों के हैं।

                   इससे जाहिर होता है कि केन्द्रीय विश्वविद्यालय प्रशासन एनएसयूआई को चुनाव से दूर रखना चाहता है। स्क्रूटनी के बाद प्रबंधन ने सूची जारी करने में  अनावश्यक विलंब किया। विश्वविद्यालय कि कार्यप्रणाली बेहद संदिग्ध और अलोकतांत्रिक है। एक संगठन विशेष के प्रत्याशियों को समर्थन किया जा रहा है। विश्वविद्यालय में व्याप्त अव्यवस्थाओं के संबंध में एनएसयूआई ने 5 सूत्री मांगों को लेकर लिखित शिकायत की है। यदि शिकायतों को दूर नहीं किया जाता है तो एनएसयूआई प्रत्याशी चुनाव का बहिष्कार करेंगे। मणि ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर अधिनायकवादी का भी आरोप लगाया है।

                प्रदेश कांंग्रेस महामत्री मणि वैष्णव ने प्रेस नोट जारी कर बताया कि विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में प्रबंधन और कुछ अन्य संगठन के नेता लगातार हस्तक्षेप और मनमानी कर रहे हैं। यह लोकतांत्रिक चयन प्रणाली के खिलाफ है। यदि एनएसयूआई चुनाव में भाग लेती है तो यह लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ जाकर समझौता करने जैसा होगा है। इसलिए एनएसयूआई ने चुनाव बहिष्कार  का फैसला लिया है।

                एनएसयूआई के राष्ट्रीय प्रतिनिधि अमितेश राय जिलाध्यक्ष छाबड़ा छात्र नेता अंशुल वालिया और वसीम खान ने  भी बहिष्कार का समर्थन किया है

close