जनता कांग्रेस नेता ने कहा..हमारे पास है जोगी की जाति की असली सर्टिफिकेट…फिर FIR क्यों नहीं दर्ज कर रही पुलिस

BHASKAR MISHRA
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Ajit Jogi, Janta Congress Chhattisgrah, Mayawati, Bsp, Chhattisgarh,बिलासपुर—गौरेला पुलिस बिना जांच पड़ताल के पूर्व मुख्यमंत्री और मरवाही विधायक अजीत जोगी के खिलाफ दर्ज एफआईआर को झूठा करार कर शून्य घोषित करे। जोगी समर्थक और पार्टी नेता रामनिवास तिवारी ने सोमवार को गौरेला थाना में आवेदन देकर कहा कि पुलिस को एफआईआर दर्ज करने से पहले जांच पड़ता करना चाहिए था। इससे जाहिर होता है कि पुलिस दबाव में काम कर रही है। यही कारण है कि हमें पुलिस पर संदेह है। जबकि हमारे पास जोगी की जाति मामले की असली कापी है…लेकिन उसे नष्ट ना कर दिया जाए इसलिए नोटरी से सत्यापित कर थाने को दे रहा हूं।

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                       जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के नेता रामनिवास तिवारी ने रविवार को गौरेला थाना और  सोमवार को पुलिस महानिदेशक रायपुर, पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस अधीक्षक बिलासपुर और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पेंड्रारोड को आवेदन देकर जोगी के खिलाफ दर्ज एफआईआर को शू्न्य करने को कहा है। तिवारी ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के खिलाफ पुलिस की एक तरफा कार्रवाई समझ से परे है। कम से कम एफआईआर दर्ज करने से पहले जांच पड़ताल तो किया जाना था।

                 अपने आवेदन में तिवारी ने बताया कि समीरा पैकरा और पतरस तिर्की के खिलाफ 05 सितम्बर को पेंड्रा थाना और  06 सितम्बर को गौरेला थाना में दिए गए आवेदन पर आज तक एफआईआर दर्ज नहीं किया गया है। यही कारण है कि पुलिस की निष्पक्षता को लेकर शक है। तिवारी ने कहा कि उन्होनें 15 सितम्बर को नोटरी पेंड्रारोड से सत्यापित प्रति गौरेला थाना में पेश किया है। उनके उनके पास मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय जबलपुर से हासिल सत्यापित कापी की मूल प्रति भी है। मूल प्रति गौरेला थाने को नहीं सौंपा जा सकता है।  क्योंकि उन्हें शक है कि हाई प्रोफाइल मामले में अजीत जोगी खिलाफ बड़ी राजनीतिक षडयंत्र रची जा रही है।

                      आवेदक राम निवास तिवारी ने रविवार की रात को गौरेला थाना प्रभारी को आवेदन दिया है कि समीरा पैकरा की तरफ से 5 सितंबर 2019 को पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के खिलाफ गौरेला थाना में एफआईआर दर्ज कराया गया है। एफआईआर में पेंड्रारोड के पूर्व नायब तहसीलदार और पूर्व अतिरिक्त तहसीलदार पतरस तिर्की के 04 सितंबर 2019 को दिए गए शपथ पत्र को आधार बनाया गया है। जिस शपथ पत्र को झूठे तथ्यों के आधारित बताया गया है जिन्हें झूठा प्रमाणित करने के लिए पतरस तिर्की के पूर्व में दिए गए कथन के दस्तावेज की नोटरी से सत्यापित प्रतिलिपि पुलिस को सौंपी गई है।

रामनिवास तिवारी ने अजीत जोगी के खिलाफ गौरेला थाना में दर्ज एफआईआर को शून्य घोषित कर झूठा रिपोर्ट दर्ज कराने वाली समीरा पैकरा और  झूठा शपथ पत्र देने वाले पतरस तिर्की के खिलाफ अपराध दर्ज किये जाने को कहा है।

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