बिलासपुर—पूर्व मुख्यमंत्री श्री अजीत जोगी ने बिहार चुनाव परिणाम पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि देश की जनता मोदी सरकार के दोहरे चरित्र से परिचित हो चुकी है। मोदी सरकार ने विकास के नाम पर जो कुछ किया है वह विकास की दशा और दिशा तय नहीं कर सकता। मोदी के लोक लुभावन वायदे और लच्छेदार भाषण सभी खोखले साबित हो चुके हैं। जिसके चलते मोदी अल्प समय में ही लोकप्रियता खो देने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री साबित हुए हैं। उन्होने कहा कि मोदी सरकार डेढ़ वर्षों में देश की 125 करोड़ जनता की रोजमर्रा की समस्याओं से बेखबर रही है।
जोगी ने कहा कि देश के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि किसी प्रधानमंत्री ने एक राज्य के चुनाव में अपने प्रशासनिक दायित्वों को ताक पर रखकर 30 सभाएं की है। शायद यह भी पहली बार हुआ है कि 17 स्थानों पर हार का सामना करना पड़ा हो। इतना ही नहीं भोजपुर जिले में मोदी ने सवा लाख करोड़ रूपए के पैकेज की घोषणा की थी। लेकिन वहां की जनता ने भाजपा का का खाता भी नहीं खुलने दिया।
पूरे बिहार चुनाव में भाजपा ने तीन माह तक 160 प्रचार रथों, 18 हेलीकाप्टरों, 20 केन्द्रीय मंत्रियों का उपयोग और 900 सभाएं कराई। इतना ही नहीं विकास का गुजरात माडल, धनबल, जनबल, झूठे जुमलों, असहिष्णु बयानों का खूब सहारा लिया लेकिन बिहार की जनता ने भाजपा के दुष्प्रचार और विकास माडल को ठुकरा दिया। जिसका प्रमाण बिहार के चुनाव के रूप में सामने है।
बिहार की जनता ने भारतीय सहिष्णुता, आपसी भाईचारे और सामाजिक न्याय एवं परम्परा को सर्वोपरि माना और भाजपा की असहिष्णुता एवं परम्परा को ठेंस पहुंचाने वाली सोच को नकार दिया है। वह भाइचारे पर विश्वास रखती है, इसलिए बिहार की जनता बधाई की पात्र है।