रायपुर—म.प्र. पाठ्य पुस्तक निगम के पूर्व अध्यक्ष इकबाल अहमद रिजवी, प्रदेश कांग्रेस महामंत्री अब्दुल हमीद हयात, मदरसा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष हसन खान और छ.ग. अल्पसंख्यक विभाग के पूर्व अध्यक्ष हाजी नाजिमुद्दीन ने एक संयुक्त बयान में कहा है कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का बयान गलत मानसिकता का परिचायक है। साम्प्रदायिक दल और संगठनों के आकाओं को खुश करने वाला है। अमित शाह को पराजय का पूर्वाभास हो चुका है। इसी बौखलाहट में उन्होंने अपना आपा खो दिया है। भाषणों में संयमित भाषा का अभाव स्पष्ट देखा जा सकता है।
भाजपा की पराजय के बाद पटाखें कहां फूटेंगे यह अभी नहीं कहा जा सकता। इतना जरूर है कि पराजय के बाद सबसे पहले पटाखे भाजपा के असंतुष्ट नेता लालकृष्ण आडवानी, मुरली मनोहर जोशी, यशवन्त सिंन्हा तथा शत्रुघन सिन्हा जैसे नेताओं के अनुयायी फोड़ेगें। यह सुनिश्चित है और इसी पराजय के बौखलाहट के भय से पीएम और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह असंयमित टिप्पणियाँ कर रहे हैं। अंग्रेजों की ‘‘फूट डालो और राज करों’’ की नीति का अनुशण करते हुये भाजपा केवल वोट के लिये समुदाय विशेष को भड़काकर मतों का ध्रुवीकरण करने का कुचक्र चला रही है। लेकिन बिहार की जागरूक जनता भाजपा के उकसाने में आने वाली नहीं है।