बिलासपुर—मुख्यमंत्री ह आज रेडियों म मन ल छू लेने वाला बात कहिस। तिहार -बार, रोटी-पीठा, दूकाल के आम जनता के बात कहिस। अच्छा प्रयास है। ये बातें वरिष्ठ पत्रकार-साहित्यकार और छत्तीसगढ़ी राज भाषा आयोग के पूर्व अध्यक्ष श्यामलाल चतुर्वेदी ने कही।
चतुर्वेदी ने कहा कि ’रमन के गोठ’ म जस दिन जाही तस-दिन जनता के विचार जोड़े ले ओकर नतीजा सामने आही। आम जनता के विचार भी जोड़े जाय। सरकार अउ जनता मिलके बात होही तब अच्छा होही। सरकार हर बोलत रहही।
जनता ह नई बोलही तब सरकार ह का गम पाही कि का होथे-का नई होवथे। उन्होने कहा कि अभी गरीब जनता हे-तेन ह अपन दुख ल बरोबर कहे नई जानय। चुप्पे रथे, तव साहब मन समझथें सब ठीक हे। जब ओहू मन बोलही। तब असली बात सामने आही। गजट म अइसन दुखदाई बात छपथे पढ़त रथॅंव-मन बेचैन हो जाथे।
आजे देखत रहंव नहर लाइनिंग ह भसक गय हे। अउ बांध के पानी ह बोहाथे, गरीब के खेत तक नई पहुंच सकय। गरीबहा पानी कहां ले पाही। दुकाल परगे हे-बने मुआवजा देवय तव बात बनही। देहे के बेरा म असली बात ह गम मिलही।