जन्म लेंगे शांति के राजकुमार..

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बिलासपुर । क्रिसमस पर्व की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। बिलासपुर शहर में सभी त्यौहारों के साथ क्रिसमस पर्व मनाने की भी शानदार परंपरा रही है। इस पर वरिष्ठ पत्रकार श्री केशव शुक्ला ने काफी लिखा है। इस बार भी क्रिसमस पर उन्होने अपनी कलम चलाई है। जिसे उन्होने सोशल मीडिया पर साझा किया है। उनका यह लेख हम यहां साभार प्रस्तुत कर रहे हैं।                                                                                                                                       

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 -:जन्म लेंगे शांति के राजकुमार:-KESHAV_SHUKLA

क्रिसमस पर्व की खुशियाँ फिजां में तैर गई हैँ।मसीहियों के घर रौशनी से जगमगा रहे हैं।प्रभु यीशु के जन्म का संकेत देते सितारे दिखाई दे रहे हैं । गिरजाघरों में कैरोल संगीत गूंज रहे हैं।रात को सांता क्लॉज अपनी मंडली के साथ बच्चों को उपहार देने निकल रहे हैं।चारों तरफ उत्साह का वातावरण छाया हुआ है।

                        शांति के राजकुमार प्रभु यीशु के जन्म से पहले 2 हजार 15 वर्ष पूर्व जंगल में भेड़ चराते हुए चरवाहों ने आकाश में एक चमकता हुआ अद्भुत सितारा देखा ।वह चल रहा था ।ज्योतिष शास्त्रियों ने भी वह सितारा देखा।उस समय आकाशवाणी हुई कि तुम्हारा उद्धारक ,शांति का राजकुमार जन्म लेने वाला है।ज्योतिषी और चरवाहे उस चमकते -चलते हुए अद्भुत सितारे के पीछे-पीछे चलने लगे।

                               santa_christmas    वह चलता हुआ सितारा बैतलहम के एक गौशाले के ऊपर आकर ठहर गया जहां ‘ चरनी ‘ में प्रभु ईसा मसीह का जन्म हुआ। चरवाहे और ज्योतिष शास्त्रियों ने वहां उनका दर्शन किया और उन्हें उपहार दिया ।उसी चमकते सितारे के प्रतीक के रूप में मसीहियों के घरों में रौशनी के सितारे (आकाश दीप )लटकाए गए हैं ।गिरजाघरों से युवकों की टोलियां, कैरल सिंगिंग ‘ के लिए रोज निकल रही हैं । उनके द्वारा चारों तरफ घूम -घूम कर प्रभु के जन्म का संदेश दिया जा रहा है ।उनके साथ बच्चों के प्रिय सांता क्लॉज टॉफी , खिलौने बांटते चल रहे हैं।चर्चों में प्रार्थनाओं के दौर चल रहे हैं। बिजली के झालरों से सभी चर्च जगमगा रहे हैं।घरों में आकर्षक सजावट की गई है।इसके अलावा पकवान बनाए जा रहे हैं। इनमें डोनट , केक , गुझिया आदि शामिल हैं ।घर के सभी सदस्यों के नए कपड़े 25 दिसम्बर ” बड़े दिन ” के लिए बनवाये गए हैं।

                                       1christmas24 दिसम्बर की मध्यरात्रि इस स्मार्ट सिटी के सेक्रेट हार्ट चर्च ,भारत माता स्कूल में प्रभु यीशु के जन्म का उत्सव होता है।जबकि अन्य चर्चों में 25 दिसम्बर की सुबह जन्मोत्सव मनाया जाता है। इसके लिए चरनी सभी चर्चों में सजाए गए हैं ।प्रभु जन्म की आराधनाएं गिरजाघरों में होंगी ।कुछ जगह प्रेम भोज के आयोजन भी 25 दिसम्बर को होंगे जिसकी तैयारियां हो चुकी हैं।

                                          दैनिक भास्कर में समस्त चर्चों के पर्व की गतिविधियां ,उनसे जुड़े लोगों के नाम ,वहां के पादरियों के विचार बराबर मेरी खबरों में स्थान पाते रहे हैं।एक-एक चर्च के आयोजनों में हर वर्ष ,भले ही कुछ देर के लिए होती पर मेरी उपस्थिति होती जरूर थी ।मसीही समाज के बच्चे ,बूढ़े जवान सभी से मेरे संबंध बन गए थे ।उन सभी का प्यार मुझे मिला और आज भी कायम है । उन सभी का मैं ह्रदय से आभार व्यक्त करता हूँ। पर्व से संबंधित सभी फोटो भाई जितेंद्र सिंह ठाकुर के सौजन्य से प्राप्त हुए हैं।

-:सभी मसीहीजनों को क्रिसमस पर्व की बहुत -बहुत बधाइयां और शुभकामनाएं:-

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