..जब पदयात्री प्रवासी मजदूरों ने कहा.. साहब..पेट ही नहीं..पैर भी जल रहा है ..कांग्रेस नेता ने पहनाया दर्जनों श्रमिकों को जूता और चप्पल..

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर— कोरोना काल का हाहाकार हर तरफ है। जिसको जैसे बन रहा है दूर दराज से अपने अस्तित्व को समेटकर नंगे पांव रास्ता नाप रहा है। कोई उत्तर प्रदेश, कोई ओडिसा कोई झारखण्ड तो कोई मध्यप्रदेश की तरफ भाग रहा है। कहीं दयालु लोग खाना खिला रहे हैं.. तो कोई मजदूरों के लिए आने जाने की व्यवस्था बनाने में लगे है।  इसी बीच प्रवासी मजदूर जब कहता है कि साहब हम दुूसरे देश से दूसरे देश की तरफ जा रहे हैं..कहीं कही ही खाना मिल रहा है। और .पेट की आग कुछ बुझ भी रही है। लेकिन पैर की जलन बढ़ गयी है। चलते चलते खून से लथपथ हो गए है। दो दिन पहले इस प्रकार की बात सुनने के बाद आज जिला कांग्रेस अध्यक्ष विजय केशरवानी आने जाने वाले दर्जनों प्रवासी मजदूरों के बीच ना केवल जूता चप्पल बांटा। बल्कि सभी महिला मजदूरों और बच्चों को  अपने हाथ से पहनाया भी। यह सिलसिला दिन भर चलाया। विजय ने बताया  कि प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल का आदेश है कि किसी भी मजदूर को कोई तकलीफ ना हो..और सीएम का आदेश मानना हम कांग्रेसियों का धर्म है। हम उसी आदेश और मानवीय धर्म का पालन कर रहे हैं। 
 
             छत्तीसगढ़ के रास्ते अन्य प्रदेशों से प्रवासी मजदूर पलायन कर अपने प्रदेश जा रहे हैं। सड़कों पर आपाधापी का माहौल है। कोरोना से भयभीत मजदूर अपने अस्तित्व को बचाने जैसे बन रहा है रास्ता नाप रहे हैं। चाहे खाना मिले या ना मिले। पैर में चप्पल हो या ना हो। बच्चों को गोद में और कांधे पर बैठाकर तेजी से लखड़ाते कदम घर की तरफ बढ़ते ही जा रहे हैं। 
 
          मजदूरों को छत्तीसगढ़ से गुजरने के दौरान ज्यादा से ज्यादा सहयोग मिले..  तमाम स्वयंसेवी संगठन सक्रिय हैं। कोई पदयात्रियों को खाना खिला रहा है.. तो कोई पानी और छाता बांट रहा है। रास्ते में नाश्ता करने संगठन के लोग मजदूरों के बीच बिस्किट और नमकीन का भी वितरण कर रहे  हैं। बच्चों के कुम्हलाए चेहरों को खुश रखने टाफी चाकलेट भी दे रहे हैं। जगह-जगह मजदूरों के लिए लंगर का आयोजन किया जा रहा है। थोड़ी देर खाने पीना के बाद मजदूर फिर लक्ष्य की तरफ चल पड़ते हैं।
 
            बताते चलें कि प्रदेश के मुखिया भुूपेश बघेल और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ताओं को सख्त निर्देश दिया है कि प्रदेश से गुजरने वाले पलायन कर रहे मजदूरों का दुख ज्यादा से ज्यादा बांटे। आदेश मिलते ही कांग्रेसी नेता युद्ध स्तर पर जुट गए। इसी क्रम में विजय केशरवानी ने दो दिन पहले राशन वितरण के दौरान मजदूरों के पैर को देखकर सिहर गए।  उन्होने आज दर्जनों जूता चप्पल के साथ तुर्काडीह मोड़ पर अन्य प्रदेशों को पैदल जाने वाले यात्रियों महिलाओं और बच्चों के बीच ना केवल जूता चप्पल का वितरण किया। बल्कि अपने हाथ से पहनाया भी। 
 
             विजय केशरवानी ने बताया कि मुख्यमंत्री का आदेश है कि प्रवासी श्रमिकों का रास्ता आसान करने जूता और चप्पल दिया जाए। सीएम के निर्देश के बाद सोमवार जिला कांग्रेस अध्यक्ष विजय केशरवानी ने सैकड़ों किलोमीटर यात्रा करने के बाद बिलासपुर पहुंचे श्रमिकों के बच्चे और महिलाओं को जूता चप्पल पहनया। कांग्रेस नेता ने पीड़ा जाहिर करते हुए कहा कि जूता चप्पल पहनाने से मजदूरों  की सैकड़ों किलोमीटर की यात्रा कम तो नहीं होगी..हां थोड़ी वाली जरूर हो जाएगी। कम से कम पांव तो घायल नहीं होंगे।
 
            बताते चलें कि कोरोना महामारी के कारण संकट की घडी में हजारो की तादाद में प्रवासी मजदूर परिवार के साथ तपती धूप में नंगे पांव एक प्रदेश से दूसरे प्रदेश और एक जिला से दूसरे जिला की तरफ भाग रहे हैं। समाचारों के माध्यम से सीएम भूपेश को जानकारी मिली कि चलते चलते मजदूरों की पैर चलने के लायक नहीं रह गए है। उन्होने तत्काल अपनी कांग्रेस सेना को निर्देश दिया कि पेट की आग ही नहीं..बल्कि मजदूरों की पैर की जलन को भी दूर किया जाए। इसके बाद फिर कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता राहगीरों के बीच जूता चप्पल वितरण शुरू कर किया।
 
            तुर्काडीह बायपास के पास मस्तूरी की तरफ जा रहे दर्जनों मजदूर परिवारों को विजय केशरवानी ने जूता चप्पल पहनाया। एक मजदूर ने पीड़ा जाहिर करते हुए कहा कि साहब चलते चलते पैर घायल हो चुके हैं। बहुत जलन हो  रही है। लग रहा था हम घर नहीं पहुंच पाएंगे लेकिन अब कह सकते हैं कि घर जरूर पहुूचेंगे।

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