जब महिलाओं ने दिया धरना…कहा.. कब तक सहना होगा दूरियों का दर्द… हासिल करके रहेंगे हवाई सेवा सुविधा

BHASKAR MISHRA
3 Min Read

बिलासपुर—हवाई सेवा अखण्ड धरना के 87वें दिन वार्ड क्रमांक 32 के नागरिकों धरना स्थल पहुंचकर समर्थन किया। धरना में वार्ड की महिलाओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। हवाई सुविधा को लेकर अपनी बातों को निर्भिकता के साथ पेश भी किया। महिलाओं ने कहा कि हवाई सेवा बिलासपुर की जनता अधिकार है। इसे हम लेकर ही रहेंगे। 

Join Our WhatsApp Group Join Now

                 धरना स्थल पहुंचकर वार्ड 32 की पार्षद स्वर्णा शुक्ला ने कहा कि महिलायें विकास के हर क्षेत्र में बराबरी से भागीदारी निभा रही हैं। शहर की महाविद्यालयीन छात्रायें शिक्षा और रोजगार के लिए बड़े बड़े शहरों से आना जाना करती है। तीज-त्योैहार के खास मौको पर भी घर नही जा पाती। इस दुख  से एक महिला होने के नाते उपस्थित सभी महिलाएं भली-भांति से परिचित हैं। शहर को हवाई सुविधा मिलने से इन समस्याओं से निजात मिल जाएगा। महिलायें शहर के बाहर भी कामयाबी का परचम लहराएंगी।

               वार्ड क्रमांक 32 के स्वप्निल शुक्ला और साबर अली ने कहा कि न तो उन्हे ज्यादा तकनीकी ज्ञान है। और ना ही ज्ञान के चक्कर में पडना ही चाहते है। हमारी सीधी-सादी मांग है कि केन्द्र सरकार सरकारी कंपनी एयरइंडिया/ एलाएन्स एयर को बिलासपुर से हवाई सुविधा देने के निर्देश दे। मालूम हो कि  पहले भी कई शहरों में पहली उडान के लिए केन्द्र सरकार ने सरकारी कंपनी को निर्देश दिया है।

               महेष दुबे व अभय नारायण राय ने कहा कि बिलासपुर में केन्द्र सरकार के कई कार्यालय हैं। हमारी सुनवाई नहीं होगी तो हम केन्द्र सरकार के कार्यालयों के सामने भी प्रदर्शन को मजबूर होंगे। राकेश तिवारी ने बिलासपुर के रेलवे जोन आंदोलन को याद करते हुये कहा कि बिलासपुर सदैव ही इसी रास्ते से उपलब्धियां हासिल करता आया है। हम इस बार भी सफल होगे।

                 गीतांजली पाण्डेय और मनीशा मानिकपुरी ने भी केन्द्र सरकार से  जल्द से जल्द  बिलासपुर से उडाने प्रारंभ कराने की मांग की है। वार्ड की ओर से ज्योति मानिकपुरी, मोहम्मद षाहनवाज, जीतू गौतम, हमीद खान, सुनील शुक्ला , विवेक गोले, प्रदीप सिंह, वसीम, गिरीश कश्यप, विनय प्रजापति, सुजीता यादव, गंगोत्री सागर, गीता कौषिक, मनीशा यादव समेत कई लोगों ने स्वस्फूर्त मांग का समर्थन किया।

close