बिलासपुर— छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ ने प्रदेश समेत आज बिलासपुर स्थित नेहरू चौक में नौ सूत्रीय मांग को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका ने कहा कि केन्द्र सरकार ने मानदेय अक्टूबर 2018 में मानदेय बढ़ाया। लेकिन बढ़े हुए मानदेय का भुगतान 9 महीने बाद जुलाई में किया गया। ऊपर से राज्य सरकार श्रेय लेने का प्रयास कर रही है कि मानदेय राज्य शासन ने बढ़ाया है। कार्यकर्ता और सहायिकाओं ने कहा कि हमें श्रेय लेने और देने से एतराज नहीं है। बेहतर होगा कि हमें 9 महीने का एरियर्स का भुगतान किया जाए।
अपनी 9 सूत्रीय मांगो को लेकर छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका संघ ने प्रदेश स्तर पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। बिलासपुर स्थित नेहरू चौक में सैकड़ों की संख्या में आंगनबा़ड़ी सहायिका और कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन के दौरान जमकर नारेबाजी की। संघ की नेता सुनीता सिंह,संयोजक देवेन्द्र पटेल ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं से अल्प मानदेय में दिनभर और भारी भरकम का लिया जाता है। हम लोगों ने मानदेय के लिए कई बार प्रदर्शन और धरना दिया। केन्द्र सरकार ने अक्टूबर 2018 में मानदेय बढ़ाने का एलान किया। एलान के समय केन्द्र सरकार ने कहा कि मानदेय अक्टूबर 2018 से लागू होगा। बावजूद इसके बढ़ा हुआ मानदेय 9 महीने बाद मात्र जुलाई 2019 मतलब एक महीने का दिया गया।
संघ की नेताओं ने बताया कि राज्य सरकार अक्टूबर 2018 में एलान के 9 महीने बाद बढ़ा हुआ मानदेय दिया है। जबकि मानदेय तात्कालीन महीने से ही दिया जाना था। ऊपर से सरकार श्रेय लेने का प्रयास कर रही है कि उन्होने मानदेय बढ़ा दिया है। जबकि सबको पता है कि बढ़ा हुआ मानदेय केन्द्र सरकार की तरफ से है। बेहतर होगा कि सरकार पिछले 9 महीेने का मानदेय भी दे।
संघ की कार्यकर्ता और सहायिका नेहरू चौक में भाषणवाजी के बाद रैली की शक्ल में कलेक्टर कार्यालय पहुंची। इसके पहले सभी ने दो मिनट मौन रखकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को मातृशोक पर दो मिनट का मौन रखा। कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर जिला प्रशासन को मुख्यमंत्री के नाम 9 सूत्री मांग पत्र सौंपा। संघ के नेताओं ने एलान किया कि यदि 9 महीने का एरियर्स और 9 सूत्रीय मांग को पूरा नहीं दिया जाता है तो उग्र प्रदर्शन करेंगे।