जब सांसद ने कहा..रेलमंत्री के सामने रखूंगा मजदूरों की मांग…1 मई पर विशेष कार्यक्रम…वक्ताओं ने कहा..नारेबाजी से बाहर आकर…मजदूर एक हो

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—- दुनिया के मजदूर एक हैं…सभी का संघर्ष रोटी कपड़ा और मकान से हैं। संसाधनों पर सबसे पहला अधिकार मजदूरों का है। बावजूद इसके मजदूर आज भी दशकों से जंग कर रहा है। यह बातें आज टिकरापारा स्थित गुजराती सामुदायिक भवन में मजदूरों की आवाज को बुलंद करने वाले वक्ताओं की। गुजराती समाज में एक मई को आयोजित रेलवे कामगार मजदूर महासम्मेलन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सांसद लखनलाल साहू, विषिश्ट अतिथि अटल श्रीवास्तव, मजदूरों के संरक्षक अध्यक्षअभय नारायण राय और मुख्य वक्ता विष्वेष ठाकरे मौजूद थे।

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                 महासम्मेलन के दौरान सांसद लखनलाल साहू ने मजबूरों का अपने भाषण में जमकर समर्थन किया। उन्होने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार विशेष कर असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के लिए अनेकों कार्यक्रम चला रही है। छत्तीसगढ़ राज्य में कर्मकार अधिनियम के तहत देहाड़ी मजदूरों के लिए भी जीवन दायिनी योजनाएं चलाई जा रही है। लेकिन जानकारी के अभाव में मजदूर योजनाओं का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं।

                                सांसद ने रेलवे कामगार मजदूर यूनियन समेंत सभी संगठनों से कहा कि मजदूरों तक योजनाओं को पहुंचाने का कार्य करें। यदि हम मिलकर अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करेंगे तो मजदूरों को जरूर लाभ मिलेगा। इस दौरान विशाल रेलवे मालगोदाम मजदूर संगठन के नेताओं ने सांसद को मांग पत्र भी दिया।

                                   सांसद लखनलाल साहू ने विशाल रेलवे माल गोदाम मजदूर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि संगठन की जो भी अपेक्षाएं होंगी उसे पूरा किया जाएगा। लखनलाल ने कहा कि मांग पत्र को रेलमंत्री और अधिकारियों के सामने रखूंगा। प्राथमिकता के साथ मजदूरों की मांग को पूरा करने के लिए दबाव भी बनाउंगा। रेलवे मालगोदामों में मौलिक सुविधा मिले, विश्राम गृह, भोजन, पानी पीने की व्यवस्था और शौचालय की व्यवस्था अनिवार्य रूप से किया जाये।

                           कार्यक्रम को विशेष वक्ता पत्रकार विश्वेष ठाकरे, कांग्रेस महामंत्री अटल श्रीवास्तव,कांग्रेस प्रदेश सचिव महेश दुबे,कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता अभय नारायण राय और शेख गफ्तार ने संबोधित किया। सभी वक्ताओं अंसगठित क्षेत्रों के मजदूरों को होने वाली परेशानियों और जरूरतों को सामने रखा। वक्ताओं ने कहा कि जब तक मजदूर संगठित नहीं होंगे। उनका शोषण होता रहेगा। केवल साल में एक दिन एकत्रित होकर भाषणवाजी करने से अंसगठित क्षेत्र के मजदूरों का कल्याण नहीं होने वाला है।

                                   प्रमुख वक्ता विष्वेष ठाकरे ने असंगठित क्षेत्र के मजदूरों की वर्तमान स्थिति को लेकर चिंता जाहिर की। उन्होने कहा कि असगंठित क्षेत्र के मजदूरों को संगठित होकर देश में बने कानूनों का पालन करवाने के लिए दबाव बनाने कि जरूरत है। न्यायालय की तरफ से विधि सहायता का एक अलग प्रकोष्ठ बनाया गया है, अगर कोई शिकायत है तो कानून के माध्यम से मजदूर न्यायालय जा सकते हैं।

                                           विशिष्ट अतिथि अटल श्रीवास्तव ने कहा कि भारत चीन के बाद विश्व का दूसरा देश है, जहां अपार श्रम शक्ति है। बेरोजगारों को लेकर हम सभी को चिंता जाहिर करते हैं। हर हाथों को काम मिले, ऐसी योजना बनाए जाने की जरूरत है। छोटे सेक्टरों में श्रम नियमों का पालन हो। अटल ने कहा कि मजदूरों को मजदूर ना कहकर निर्माता कहा जाना चाहिए।  मैं गर्व के साथ कहता हूं कि अगर कहीं विश्वकर्मा भगवान है तो इन मजदूरों के अंदर है।

              कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अभय नारायण राय ने रेलवे में काम करने वाले मजदूरों की स्थिति पर प्रकाश डाला। उन्होने देश के संगठनों से कहा कि कानून का पालन करवाने में मजदूर संगठनों कों मदद की जरूरत है। जब तक मजदूर मुठ्ठी तानकर खड़ा नहीं होगा। तब तक न्याय के लिए दरवाजा नहीं खुलने वाला है।

                                                            इस दौरान पत्रकार प्रशांत सिंह, तेजिंदर सिंह बाली, राम सिंह यादव, मायादास मानिकपुरी, ऋशि पाण्डेय, धर्मेश शर्मा, अजय राव काले, नागेन्द्र राय विशेष रूप से मौजूद थे।

                   कार्यक्रम के प्रारम्भ में अतिथियों का स्वागत किया गया। संगठन अध्यक्ष शत्रुहन रात्रे ने स्वागत भाषण दिया। इस दौरान उन्होने संगठन के क्रियाकलापों की जानकारी दी। मंचस्थ अतिथियों को कामगारों की समस्या से अवगत कराया।

                                            विशाल रेलवे मालगोदाम मजदूर कार्यक्रम का संचालन गोपाल ठक्कर ने किया। आभार प्रदर्शन  उबारन कुर्रे ने किया। कार्यक्रम में ट्रक मालिक संघ नया मालधक्का के सभी सदस्य, रेलवे कामगार यूनियन के सभी पदाधिकारी, जिला इंटक बिलासपुर के पदाधिकारी शहर के गणमान्य नागरिक मौजूद थे।  कार्यक्रम में सेवानिवृत्त होने वाले मजदूरों परस कोसले, सालिकराम, रामनाथ, गोविंद बांधे, सुकाली साहू को रू. 20000/- सहायता राशि दी गयी। सभी का फूल माला, शाल श्रीफल से स्वागत भी किया गया।

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