जमाने में हुनरमंदों की होती है जय…विप्स

BHASKAR MISHRA
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IMG_20151003_121718बिलासपुर—एसईसीएल वसंत विहार स्थित रविन्द्र भवन में आज विप्स पष्चिम क्षेत्र का 26वां सम्मेलन प्रोफेसर अंजिला गुप्ता कुलपति गुरूघासीदास विष्वविद्यालय के मुख्य आतिथ्य और अध्यक्ष सह प्रबंध निदेषक ओमप्रकाष की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ । ए.पी. पण्डा, आर.पी. ठाकुर, डॉ. आर. एस. झा ,एपेक्स विप्स की अध्यक्ष सेल्वी रविन्द्रन और महासचिव कीर्ति तिवारी विशेष रूप में उपस्थित थे। कार्यक्रम में विप्स पश्चिम क्षेत्र से छत्तीसगढ़ समेत गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा और मध्यप्रदेश की करीब 250 विप्स की महिलाओं ने हिस्सा लिया ।

       अतिथियों का स्वागत छत्तीसगढ़ लोक परम्परा के अनुसार खुमरी, सिक्कों की माला और श्रीफल से किया गया ।

         कार्यक्रम का प्रारम्भ दीप-प्रज्जवलन और वीणावादिनी मॉ सरस्वती की वंदना से हुआ। स्वागत भाषण मल्लिका शेट्टी अध्यक्ष पश्चिम क्षेत्र ने दिया। वर्षा राउत सचिव पश्चिम क्षेत्र ने विप्स गतिविधियों की जानकारी दी ।

       मुख्य अतिथि प्रोफेसर अंजिला गुप्ता कुलपति गुरूघासीदास विष्वविद्यालय ने कहा कि विकास की पहली सीढ़ी कौशल उन्नयन है। जो व्यक्ति को पूर्ण रूप से प्रभावित करता है । उन्होंने उपस्थित विप्स सदस्याओं से कहा कि वे अपनी क्षमताओं और कमियों का आंकलन कर क्षमताओं का विकास करें ।

         कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक ओमप्रकाश ने आयोजकों को बेहतर आयोजन के लिए बधाई दी। उन्होंने विप्स सदस्याओं को समाज और कार्यस्थल पर विपरीत और कठिन परिस्थितियों में कार्यरत महिलाओं की दशा सुधारने की दिशा में सकारात्मक पहल की तारीफ की।

         विशिष्ट अतिथि ए.पी. पण्डा, आर.पी. ठाकुर, डॉ.आर. एस. झा ने उत्कृष्ट आयोजन के लिए आयोजकों को धन्यवाद दिया। उन्होंने विप्स की गतिविधियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि विप्स सदस्याओं को हर क्षेत्र में अग्रणी रहना है।

                 एपेक्स विप्स अध्यक्ष एजीएम भेल सेल्वी रविन्द्रन ने विप्स की गतिविधियों की जानकारी देते हुए विप्स के आगामी राष्ट्रीय सम्मेलन की जानकारी दी। उन्होंने कौशल उन्नयन की दिशा में विप्स के प्रयासों की जानकारी भी दी। कीर्ति तिवारी एपेक्स विप्स महासचिव ने श्रमशक्ति आंकड़े प्रस्तुत करते हुए कुल महिलाओं के योगदान को सबके सामने रखा।

         कार्यक्रम के प्रथम सत्र में जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी डा. सर्श्वर नरेन्द्र भूरे ने ’’उत्पादकता बढ़ाने हेतु कौषल उन्नयन’’ विषय पर अपने विचार रखे। भूरे ने कहा कि कौशल उन्नयन का सीधा अर्थ स्व के साथ जन निर्माण भी है। उन्होंने कहा कि कौशल उन्नयन का हमारे दैनिक गतिविधियों से सीधा नाता है। दक्षता हासिल करने वाला व्यक्ति या महिला कभी किसी बात का मोहताज नहीं होता। भूरे ने कहा कि देखने में आया है कि कोई अपने कार्यों में मास्टर होता है। लेकिन उसके पास शिक्षा की डिग्रियां नहीं होती। या वह पूरी तरह से निरक्षर होता है। प्रधानमंत्री उन्नयन कौशल योजना में दक्ष व्यक्ति को डिग्री हासिल करने की जरूरत नहीं होती। उसे हम दक्षता की सर्टिफिकेट देते हैं।

IMG_20151003_121640                     भूरे ने उपस्थित महिलाओं के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि एसईसीएल को मिनी रत्न कहा जाता है। इसलिए नहीं कि यह हमें भारी मात्रा में राजस्व देता है। बल्कि इसलिए भी कि यहां देश के कोने-कोने के लोग रहते हैं। यदि विप्स अपने इन्हीं लोगों के बीच से कौशल उन्नयन के क्षेत्र में काम करे कई लोगों को देश की विविधता के साथ रोजगार का अवसर मिलेगा। चाहे वह खाने पीने के क्षेत्र में हो या फिर कलाकारी और दस्तकारी के क्षेत्र में ही क्यों ना हो। इससे रोजगार के साथ विकास को बल मिलेगा। तृतीय सत्र में प्रीतपाल सिंह बाली विकास अधिकारी गवर्नर लायन्स क्लब ने ’’जीवन और सकारात्मक सोच’’ विषय पर प्रेरणास्पद जानकारी दी। सत्र में डॉ. राजेष भूषण विभागाध्यक्ष मेकेनिकल इंजीनियरिंग गुरूघासीदास विष्वविद्यालय ने ’’कौषल उन्नयन बदलते परिवेश की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के अंत में अनुपमा आनंद टेम्भुर्णीकर समन्वयिका विप्स एसईसीएल प्रबंधक ने सम्पूर्ण कार्यक्रम की जानकारी दी ।

         कार्यक्रम का संचालन अर्चना सिंह और चम्पा भट्टाचार्य ने किया। कार्यक्रम में विशेष रूप से प्रीति निमजे, डा. विजयलक्ष्मी धान, नमिता दीक्षित, शैलजा दाभाड़े,संगीता बझलवार, प्रिंसी बांधेकर, एसईसीएल विप्स की समस्त क्षेत्रीय प्रतिनिधियों और एसईसीएल मुख्यालय की समस्त विप्स सदस्य उपस्थित थे।

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