जिला पंचायत स्वास्थ्य सभापति का इस्तीफा

BHASKAR MISHRA
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jila panchayatबिलासपुर— जिला पंचायत स्वास्थ्य विभाग सभापति माखन पटेल ने भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। माखन पटेल का आरोप है कि अध्यक्ष और उपाध्यक्ष समेत जिला पंचायत के अधिकारी उनकी बातों को तवज्जो नहीं देते हैं। मै निर्दलीय चुनाव लड़ा था…इसलिए निर्दलीय रहना पसंद करूंगा। माखन पटेल ने बताया कि जिला पंचायत अध्यक्ष उनके क्षेत्र के साथ दोयम व्यवहार करते हैं।

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                                 जिला पंचायत स्वास्थ्य विभाग के सभापति ने अध्यक्ष पर कमीशन का आरोप लगाया है। माखन पटेल ने आज भाजपा के प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद बताया कि दीपक साहू और समीरा पैकरा के इशारे पर उनके क्षेत्र के साथ अन्याय हो रहा है। चुंकि दीपक के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने में शामिल था इसलिए मेरे क्षेत्र के साथ सोची समझी रणनीति के तहत अन्याय किया जा रहा है। माखन पटेल ने बताया कि मैं जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 17 से निर्दलीय जीतकर आया हूं। मुझे जनता का आशीर्वाद हासिल है इसलिए जिला पंचायत के कमीशनखोर मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकते हैं।

                      माखन पटेल ने बताया कि सभापति होने के कारण मेरी जिम्मेदारी बनती है कि जनता के लिए स्वास्थ्य के क्षेत्र में कुछ काम करू। लेकिन अध्यक्ष और उपाध्यक्ष जानबूझकर टांग अड़ाते हैं। मेरे क्षेत्र में काम के नाम पर राजनीति करने लगते हैं। इसमें पृथ्वीपाल भी शामिल है। माखन ने बताया कि अविश्वास प्रस्ताव लाने का भी यही कारण था।मंत्री और अध्यक्ष ने दीपक साहू और समीरा पैकरा को हिदायत दी थी कि सभी क्षेत्र के साथ समान न्याया हो। सभी सदस्यों को साथ लेकर चले। लेकिन दीपक साहू अाज भी अपनी ठपली अपना राग अलाप रहे हैं।

                     माखन ने बताया कि मैं मनवां से बिलासपुर की 65 किलोमीटर की दूरी तय करता हूं। लेकिन बैठक में मुझे कुछ कहने नहीं दिया जाता है। सारी योजनाएं उनके क्षेत्र में जाती हैं जहां उनका हित होता है। माखन ने दीपक साहू और समीरा पैकरा पर तानाशाही और अपमानित करने का भी आरोप लगाया है।

                         माखन ने कहा कि मेरे साथ 45 हजार मरार पटेल का आशीर्वाद है। क्षेत्र की जनता का भी भरपूर प्यार मिल रहा है। मुझमें दम होगा तो निर्दलीय रहकर क्षेत्र के विकास के लिए लड़ झगड़कर पैसा लाउंगा। शासन को देना ही होगा। कम से कम अब पार्टी के बंधन से तो मुक्त हो गया हूं। पटेल समाज ने मेरे निर्णय का स्वागत किया है। माखन ने कहा कि पंचायत की सभा में मुझे प्रतिनिधियों से लेकर अधिकारियों तक सभी ने अपमानित किया है।

मुझे नहीं पता…लेकिन आरोप बेबुनियाद  

               सीजी वाल से जिला पंचायत अध्यक्ष ने बताया कि माखन पटेल का आरोप बेबुनियाद है। कमीशन जैसा घृणित आरोप मुझे बर्दास्त नहीं है। मैने भाजपा और कांग्रेस देखकर कभी काम नहीं किया। अभी शासन से मिले रकम को नाप तौल कर 6-6 लाख रूपए क्षेत्र के सभी प्रतिनिधियों को दिया गया है। जिला पंचायत में एक फण्ड के अलावा कोई दूसरा फण्ड नहीं है। दीपक ने मोबाइल पर चर्चा के दौरान बताया कि मुझे इस बात की भी जानकारी नहीं है कि माखन पटेल ने भाजपा से इस्तीफा दिया है। इस्तीफा का क्या कारण है। यह मामला पार्टी स्तर का है। इसमें मुझे कुछ नहीं कहना है।

                                           कमीशन के आरोप से नाखुश दीपक ने बताया कि यदि कोई कह दे कि मैने किसी से कमीशन लिया है तो मैं सजा के लिए तैयार हूं। बातचीत के दौरान दीपक साहू काफी नाराज नजर आए।

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