जोगी और रमन ने दिया एक दूसरे का साथ…टीएस ने कहा..जोगी की मंशा केवल नुकसान पहुंचाना..ब्लैंकशीट पर लिख दिया नक्सल समस्या

BHASKAR MISHRA

बिलासपुर–विधानसभा नेता प्रतिपक्ष टी.एस.सिंह ने कहा कि जोगी ने कभी भी कांग्रेस या प्रदेश वासियों का साथ नहीं किया। सच्चाई तो यह है कि उन्होने रमन का और रमन सिंह ने जोगी का साथ दिया। सोनिया गांधी ने मात्र दो विधायकों का समर्थन हासिल करने वाले व्यक्ति को प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया। लेकिन अजीत जोगी ने ब्लैंक चैक पर नक्सल समस्या और जनता के बीच कांग्रेस के प्रति अविश्वास लिख दिया। उन्होने ना केवल कांग्रेस को भारी नुकसान पहुचाया। बल्कि जनता को धोखा दिया। आज भी वह नुकसान पहुंचाने की राजनीति कर रहे हैं। कोटा में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होने जहां रेणु जोगी का बचाव किया तो मुख्यमंत्री और जनता कांग्रेस को जमकर भला बुरा भी कहा।

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                              खेत चलो अभियान के तहत जिला कांग्रेस और कोटा ब्लाक कांग्रेस कमेटी ने कोटा में किसानों के साथ तहसील कार्यालय का घेराव किया। इसके पहले टीएस सिंहदेव समेत कांग्रेस नेताओं ने किसानों की भीड़ को संबोधित किया। आमसभा के बाद बैलगाड़ी पर सवाल होकर टीएस सिंहदेव,विजय केशरवानी और शैलेश पाण्डेय राज्यपाल के नाम ज्ञापन लेकर तहसील कार्यालय पहुंचे। तहसील प्रशासन को मांग पत्र देकर किसानों की बातों को सामने रखा। कार्यक्रम के बीच नेता प्रतिपक्ष टीएस.सिंहदेव ने पत्रकारों के सवालों का जवाब दिया।

            सवाल के जवाब में टीएस सिंहदेव ने कहा कि जोगी ने रमन सिंह का और रमन सिंह ने जोगी का साथ दिया। कमोबेश दोनों की जुगलबन्दी आज भी है। जोगी ने कांग्रेस को बहुत नुकसान पहुंचाया है। इतना ही नहीं जनता भी जान गयी है कि प्रदेश को जोगी ने जितना नुकसान पहुंचाया है उसकी कल्पना भी करना मुश्किल है।

                         आप किसान यात्रा कर रहे हैं..जोगी हल और बैल लेकर खेत में डट गए हैं। सवाल का जवाब देते हुए  टीएस सिंहदेव ने कहा कि 1977 में भी एक पार्टी हल बैल लेकर उड़ गए थे। दो साल में ही उनकी हालत क्या हुई। आप सभी लोग जानते हैं। यहां भी कुछ ऐसा ही है। जब जोगी के पास सिर्फ दो विधायक थे..तब सोनिया ने मुख्यमंत्री बनाया। ब्लैंक चेक दिया। लेकिन जोगी ने उस ब्लैंक चेक में नक्सली समस्या पैदा कर दिया। पार्टी में ही अविश्वास का बीज बो दिया..। पार्टी ही नहीं बल्कि प्रदेश की जनता के विश्वास को तोड़ा इसलिए कांग्रेस की हार हुई। उन्होने तो केवल और केवल रमन सिंह का ही साथ दिया। इसलिए भी कांग्रेस हारी। यही कारण है कि जोगी का कद पार्टी में एक नम्बर से धीरे धीरे बहुत नीचे चला गया। मौका दूसरे को मिला।

                   टीएस ने कहा कि जोगी कितना दे सकते हैं..छत्तीसगढ़ देख चुका है। आज उनकी मंशा केवल नुकसान पहुंचाना है..छत्तीसगढ़ की जनता देख रही है। उन्होने रमन सिंह का भरपूर साथ दिया है। रमन सिंह ने भी जोगी का भरपूर साथ दिया है। जाति मामले में कोर्ट में कितनी बार केश वापस हुआ और कितनी बार रमन सिंह ने बचाया..जनता इसे भी देख चुकी है। जनता यह भी देख रही है कि जोगी भी रमन सिंह का कितना भरपूर साथ दे रहे हैं।

                                    एक सवाल के जवाब में टीएस सिंहदेव ने कहा कि कोटा तहसील घेराव कार्यक्रम में रेनू जोगी के नहीं आने का क्या अर्थ है। सवाल के जवाब में बाबा ने कहा कि मिस कम्यूनिकेशन हुआ है। मुझे बुलाने की जिम्मेदारी दी गयी थी। लेकिन समय काम नहीं हुआ। एक दिन पहले उन्होने कहा कि कुछ जिम्मेदारी है इसलिए कार्यक्रम में शामिल होना मुश्किल है।

                जोगी कहते हैं…कि रेनू जोगी मेरा साथ देंगी। टीएस सिंह देव ने कहा कि विधायकों की बैठक में रेनू जोगी ने माना है कि कांग्रेस ने परिवार को बहुत दिया। मैं अंत तक कांग्रेस में ही रहूंगी। यद्यपि बाद में उन्होने कहा कि इस बार चुनाव तक ही कांग्रेस पार्टी में शामिल रहेंगी।

           क्या कोटा विधानसभा को नया चेहरा मिलेगा। टीएस सिंहदेव ने माना कि निश्चित रूप जीतने वाला कार्यकर्ता चुनाव लड़ेगा। उन्होने एक अन्य सवाल में कहा कि जिन्हें पार्टी से चुनाव लड़ने की इच्छा है। ऐसे लोग जिला से ब्लाक स्तर पर शक्ति एप के माध्यम से अपनी उम्मीदवारी करेंगे। सदस्यों को जो़डेंगे। इसके बाद प्रक्रिया के तहत प्रदेश के सभी विधानसभा सीटों के प्रत्याशियों का चयन किया जाएगा।

क्या भूपेश और टीएस के बीच तनाव है। क्योंकि जिस आईटी सेल प्रभारी को निकाला गया..उसे टीएस बाबा ने अपना प्रभारी सेल का प्रमुख बना दिया। उन्होने कहा कि विपक्ष को भीतर तांकझांक नहीं करना चाहिए। हम दोनों में किसी प्रकार का तनाव नहीं है। सोच समझकर आपसी सामन्जस्य और उपयोगिता के आधार पर राजेन्द्र सिंह परिहार को नयी जिम्मेदारी दी गयी है।

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