रायपुर।जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के वरिष्ठ एवं मीडिया प्रमुख इकबाल अहमद रिजवी ने पूर्व विधायक मंतूराम पवार के धारा 164 दंड प्रक्रिया संहिता के अंतर्गत दिये गये बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा है कि मंतूराम वर्तमान एवं पूर्व में दिये गये अपने विरोधाभासी बयानों में फंस गये हैं। उन्होंने कहा है कि मंतूराम पवार ने अपने धारा 164 के बयान के पूर्व एक याचिका उच्च न्यायालय बिलासपुर में लगाई है जिसमें अन्तागढ़ प्रकरण को झूठा बताया गया है। इस याचिका में उच्च न्यायालय द्वारा मंतूराम को जमानत एवं अंतरिम राहत प्रदान की गई है। मंतूराम पवार ने हाईकोर्ट में लगाई गई याचिका के कथन को सही माना जायेगा या धारा 164 के अंतर्गत दिये गये बयान को। सीजीवालडॉटकॉम के व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करे
जाहिर है मंतूराम द्वारा हाईकोर्ट में दिये गये बयान को ही सही माना जायेगा और धारा 164 में फंसाये गये नेताओं पर लगाये गये आरोप स्वयंमेव झूठे माने जायेंगे। इस प्रकार द्विभाषी कथनों और झूठे आरोप लगाकर मंतूराम स्वयं फंस गये हैं।
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रिजवी ने आगे कहा है कि इसके पहले भी सुश्री समीरा पैकरा, पूर्व संयुक्त कलेक्टर पतरस तिर्की और अब एक और आदिवासी मंतूराम पवार को फंसाकर प्रदेश की कांग्रेस सरकार जो मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की आदिवासी विरोधी मानसिकता को उजागर करती है। भूपेश सरकार द्वारा इन सभी घटनाक्रमों से अनुचित लाभ दंतेवाड़ा चुनाव में लेने का प्रयास किया जा रहा है परन्तु दंतेवाड़ा की जनता जागरूक है तथा श्री अजीत जोगी के जकांछ प्रत्याशी इंजीनियर सुजीत कर्मा को विजयी बनाने का संकल्प ले लिया है। यहां यह कहना उचित होगा कि जोगी परिवार को झूठे आरोपों में फंसाकर उन्हें चुनावी परिदृश्य से दूर रखने के हथकंडे भूपेश सरकार द्वारा अपनाये जा रहे हैं, जो स्तरहीन राजनीति का परिचायक है।