बिलासपुर । विधानसभा चुनाव से ठीक पहले छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस ( जे.) को बड़ा झटका लगा है। पार्टी में मस्तूरी इलाके के सक्रिय नेता और पार्टी की जिला इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष संतोष दुबे अपने करीब डेढ़ सौ समर्थकों के साथ कांग्रेस का दामन थाम लिया है। उन्होने लिंगियाडीह में छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टी.एस.सिंहदेव के कार्यक्रम के दौरान जोगी कांग्रेस छोड़कर कांग्रेस की सदस्यता ली।
विधानसभा चुनाव के लिए मतदान की तारीख नजदीक आते-आते नेताओँ के पार्टी छोड़ने का सिलसिला भी तेज हो गया है। इसी कड़ी में मस्तूरी इलाके में जोगी कांग्रेस के प्रमुख नेता और पार्टी के जिला कार्यकारी अध्यक्ष संतोष दुबे अपने करीब डेढ़ सौ समर्थकों के साथ कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। उन्होने लिंगियाडीह में टी.एस. सिंहदेव के सामने कांग्रेस की सदस्यता ली। उन्होने कहा कि जोगी कांग्रेस में उन्हे उचित और वैसा सम्मान नहीं मिला , जिसकी उन्हे अपेक्षा थी। उन्होने कहा कि पार्टी को खड़ा करने और उसकी बुनियाद तैयार करने में उनकी अहम् भूमिका रही । लेकिन उन्हे दरकिनार कर दिया गया । संतोष दुबे ने यह भी कहा कि टिकट वितरण में पार्टी के जमीनी लोगों के मशविरे को महत्व न देकर परिवारवाद चलाया गया है। उन्होने यह भी बताया कि उन्हे लगातार अपमानित किया जाता रहा । इससे व्यथितत होकर ही उन्होने पार्टी छोड़ने का फैसला किया है। उन्होने यह भी बताया कि पिछले करीब 24 घंटे से उनके खिलाफ लगातार फिल्डिंग की जा रही है।लेकिन उन्होने अपनी घर वापसी का फैसला कर लिया है।
संतोष दुबे के कांग्रेस प्रवेश से जोगी कांग्रेस को मस्तूरी इलाके में बड़ा झटका लगा है। उनके साथ लक्ष्मी भार्गव, किरण तिवारी और जिला महामंत्री निलेश मांडेकर ने भी जोगी कांग्रेस छोड़कर काँग्रेस का दामन थाम लिया है। संतोष दुबे पार्टी की जिला इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष होने के साथ ही लोकसभा के भी सहप्रभारी भी रहे हैं।