रायपुर—मरवाही विधायक अमित जोगी ने कहा है कि अब छत्तीसगढ़ शासन ने अस्पतालों में मरीजों की देखभाल के लिए वार्डब्वॉय और आया की भर्ती भी आउटसोर्सिंग से करने का निर्णय लिया है । स्थानीय बेरोजगारों के साथ एक बार फिर छल हो रहा है। राज्य सरकार स्थानीयता की विरोधी है। शिक्षा विभाग में आउट सोर्सिंग के बाद स्वास्थ्य विभाग में भी आऊटसोर्सिंग से भर्ती करने का सरकार ने मंशा जाहिर की है। जोगी ने कहा कि सरकार को 20 लाख बेरोजगार युवाओं की हाय लगेगी ।
जोगी ने बताया कि प्रदेश सरकार ने अब आया और वार्डव्याय भी आउटसोर्सिंग से भर्ती करने का फैसला किया है। निर्णय समझ से परे है। यह जानते हुए भी राज्य के युवा बेरोजगार भटक रहे हैं। दीगर राज्यों के लोगों को बुलाकर नौकरी देने की जरूरत क्या है। मरवाही विधायक ने कहा कि राज्य सरकार और शासन दोनों तर्क रहे हैं कि स्थानीय लोगों के आवेदन नहीं आने के कारण बाहर के राज्यों को नौकरी दी जा रही है। जोगी ने कहा कि यह सब झूठ है। राजधानी के आम्बेडकर अस्पताल में 2 साल पहले जब 33 वार्ड ब्वॉय की वेकेंसी निकली थी तब 46 हजार आवेदन मिले थे। सभी लोग मूल छत्तीसगढ़ निवासी थे। आवेदन में बीई और उच्च शिक्षित युवाओं का नाम शामिल था।
अमित जोगी ने कहा कि जिस प्रोफेशन में प्रोफेशन से ज्यादा सेवा का भाव है मानवीयता का भाव है वहां स्थानीय की बजाय दूसरे राज्यों के लोगों को प्राथमिकता दिया जाना सवाल खड़ा करता है। स्थानीयता के प्रति मोह ही नहीं होगा ऐसे लोग स्थानीय मरीजों की क्या और कैसे देखभाल करेंगे। क्या उनमें वह संवेदना होगी जो एक स्थानीय के प्रति दूसरे स्थानीय में होती है।
अमित ने कहा कि वर्ष 2003 की उद्योग नीति को रमन सरकार फिर से लागू करे। 2003 की नीति में राज्य के उद्योगों में स्थानीय लोगों को 90 फीसदी रोजगार का प्रावधान है। मरवाही विधायक ने कहा कि छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस जोगी शुरु से ही इस बात का विरोध करती आई है कि स्थानीय बेरोजगारों का हक मार कर आउटसोर्सिंग से पदों पर नियुक्ति की जाए। जोगी ने चेतावनी दी कि अगर राज्य शासन ने निर्णय को वापस नहीं लिया तो छजकां और स्थानीय बेरोजगार युवा सरकार के खिलाफ हल्ला बोलेंगे।