बिलासपुर— जिला कांग्रेस जे.एन.यू. मामले में आम आदमी पार्टी छात्र संघ के साथ जिलाधीश कार्यालय में प्रदर्शन के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं की अतिवादी व्यवहार की निंदा की है। कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि आप कार्यकर्ता जब कलेक्टर कार्यालय के सामने कन्हैया के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे थे तो भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनके साथ बदसलूकी की है। इसकी कांग्रेस पार्टी निंदा करती है।
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कांग्रेस कार्यालय से जारी प्रेस रिपोर्ट में बताया गया है कि लोकतंत्र में प्रदर्शन करना राजनीतिक दल का संवैधानिक अधिकार है। कांग्रेस संभागीय प्रवक्ता अभयनारायण राय ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी इन दिनों देश में विवाद पैदा करने का ठेका लिया है। जेएनयू विवाद में दोषियों को पहचान करने के वजाय निर्वाचित छात्र संघ अध्यक्ष को ही राष्ट्रद्रोह के मामलें में जेल भेज दिया। कांग्रेस ने पुलिस और जिला प्रशासन के रवैये पर चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि विरोध करने के खिलाफ नामजद कार्यवाही क्यों नहीं की जा रही है।
जेएनयू मामले में आज नेहरू चौक पर भाजपा के धरना प्रतिक्रिया देते हुए संभागीय प्रवक्ता ने बताया कि जिस अफजल गुरू को लेकर जेएनयू विवाद प्रारंभ हुआ और भारतीय जनता पार्टी पूरे देश में धरना प्रदर्शन कर रही है वहीं भारतीय जनता पार्टी अफजल गुरू के समर्थक पार्टी के साथ जम्मू-कश्मीर में सरकार चला रही है। पी.डी.पी. मुख्यमंत्री के घर पाकिस्तान समर्थक नारे लगते है। तब भाजपा को राष्ट्रद्रोह नजर नहीं आता। जेएनयू में राष्ट्रद्रोह नजर आता है। दो रंग के झंडे वाली पार्टी का यह दोहरा चरित्र है।
कांग्रेस ने बिलासपुर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि धरना ही देना तो बस्तर जाकर नक्सली हिंसा के खिलाफ धरना दे जहां सरकार नाम की कोई चीज ही नहीं है। अभय ने बताया कि झीरम घाटी में राज्य के जवानों, सुरक्षा कर्मियों और कांग्रेस नेताओं समेत 32 लोग नक्सलवाद की भेट चढ़ गये। तब तथाकथित भाजपाई देशप्रेमी कहां थे।
संभागीय प्रवक्ता ने कहा कि शासन-प्रशासन के सहयोग से भी नेहरू चैंक पर मुठ्ठी भर लोग इकठ्ठे हुए। शायद बिलासपुर में इतने ही देश प्रेमी रहते है। भाजपा के लोग धरने में नहीं पहुंचे उन्हे क्या कन्हैया का समर्थक माना जावेगा।