बिलासपुर— राजकिशोरनगर को जगमल चौक को जोड़ने वाले पुल में टेलीकाम कंपनियों की जमकर मनमानी देखने को मिल रही है। निजी टेलीकाम कंपनी बिना किसी पूर्व सूचना और परमिशन के फुटपाथ को खोदकर केबल बिछा दिया है। इसके बाद केबल पर छः इंच की मोटी ढलाई भी कर दी है। फुटपाथ की चौड़ाई और रेलिंग की ऊंचाई कम होने से कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
तोरवा पुल के दोनों तरफ पैदल चलने वालो के लिए पुटपाथ बनाया गया है.। पुल से गुजरने वाले पदयात्री भारी वाहनों से बचने पाथ वे सुरक्षित आना-जाना करते हैं। लेकिन टेलीकांम कंपनियों ने बिना अनुमति पाथ वे को खोदकर गुपचुप तरीके से केबल बिछा दिया है। इसके बाद सीमेंट की मोटी ढलाई कर दी है। जिसके चलले पदयात्री काफी परेशान हैं। सुरक्षा के लिहाज से रेलिंग की ऊंचाई भी कम हो गयी है। जाहिर सी बात है कि रेलिंग पकड़कर अरपा का नजारा देखने वाले लोग कभी भी हादसे का शिकार हो सकते हैं।
सेतु संभाग के अधिकारी जानकर अन्जान बने हुए हैं। कई अधिकारियों का पुल से आना जाना भी होता है। लेकिन किसी को भी टेलीकाम कंपनियों की मनमानी नजर नहीं आती है।
पुल से केबल या पाइप लाइन निकालने के लिए अधिकारियों का परमिशन जरूरी है। परमिशन की सूरत में पाइप और केवल पुल के नीचे या बगल से निकाला जाना होता है। बावजूद इसके टेलीकाम कंपनियों ने ना तो परमिशन लिया और ना ही अधिकारियों को पुल से छेड़छाड़ की कोई जानकारी ही दी है।
एक इंजीनियर ने बताया कि पुल के फ़ुटपाथ पर बिछाया गया केबल और उस पर की गईं ढलाई को लेकर आश्चर्य हो रहा है। यदि अधिकारियों ने पुल के साथ छेड़छाड़ कर केबल बिछाने की अनुमति दी है तो इससे बड़ी लापरवाही कुछ हो ही नहीं सकता है।