बिलासपुर— मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बिलासपुर एस.पी.सक्सेना ने सभी अस्पताल प्रमुख और शासकीय चिकित्सालयों को डेंगू के नियंत्रण और रोकथाम के लिए आवश्यक संसाधन जुटाकर सजग रहने के निर्देश दिया है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि अपोलो से डेंगू के प्रकरणों की जानकारी मिल रही हैं। उन्होंने बताया कि डेंगू, हेमेरेजिक फीवर और शाक सिन्ड्रोम’’ के रूप में प्रकट होने पर अत्यंत खतरनाक और जानलेवा हो सकता है। डेंगू के रोकथाम और नियंत्रण में वेक्टर नियंत्रण और व्यक्तिगत सुरक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
सक्सेना ने बताया कि डेंगू वायरस फैलाने वाला वेक्टर एडीस इजिप्टी मच्छर घरों के आस-पास ठहरे हुए और कृत्रिम रूप से एकत्रित स्वच्छ पानी में पनपता है। डेंगू रोग के नियंत्रण के उपाय करके डेंगू के संभावित मरीजों को जिला अस्पताल, या सिम्स में इलाज करवाएं।
सक्सेना ने बताया कि डेंगू बुखार मच्छरों से फैलने वाला रोग हैं। एडीज मच्छर के काटने से वायरस शरीर में पहुंचता है। तेज सिरदर्द , शरीर के चमड़ी के नीचे में काले-काले दाग और गंभीर अवस्था में बेहोश हो जाना इस बीमारी के मुख्य लक्षण हैं। बीमारी से बचाव के लिये घर के आसपास या गांव में गड्ढ़ों में कहीं भी पानी इकट्ठा न होनें दिंया जाए। उन्होंने बताया कि इस बीमारी को फैलाने वाले मच्छर दिन में ही काटते हैं।