नई दिल्ली-एक तरफ जहां दिल्ली (Delhi) और आसपास के इलाकों में गर्मी का सितम जारी है. तो वहीं अब मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि अगले कुछ घंटों में मानसून का दबाव बढ़ सकता है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने चक्रवाती तूफान को लेकर अलर्ट जारी किया है. अरब सागर में निम्न दबाव वाला क्षेत्र बना हुआ है, जिससे भारत के पश्चिमी तट पर साइक्लोन की स्थिति बन रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मॉनसून को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने मछुआरों को समुद्र तट पर न जाने की सलाह दी गई है.मौसम विभाग ने कहा कि 12 जून को दक्षिण गुजरात और महाराष्ट्र के तटवर्ती इलाके में 50-60 किलोमीटर से लेकर 70 किलोमीटर की रफ्तार से हवा चलेगी और 13 जून को इसकी रफ्तार अरब सागर से सटे उत्तरी इलाके में 110-120 किलोमीटर से लेकर 135 किलोमीटर हो जाएगी.सीजीवालडॉटकॉम के व्हाट्सएप्प ग्रुप से जुड़ने यहाँ क्लिक करे
मौसम विभाग कुछ चुनिंदा रंगों का प्रयोग कर समय-समय पर अलर्ट जारी करता रहता है. जैसे रेड अलर्ट, येलो अलर्ट या फिर ऑरेंज अलर्ट. आइए जानते हैं मतलब है इन रंगों का.
ग्रीन – कोई खतरा नहीं
येलो अलर्ट – खतरे के प्रति सचेत रहें. मौसम विभाग के अनुसार येलो अलर्ट के तहत लोगों को सचेत रहने के लिए अलर्ट किया जाता है. उन्होंने बताया कि यह अलर्ट जस्ट वॉच का सिग्नल है.
ऑरेंज अलर्ट – इसका मतलब खतरा होता है. मौसम विभाग के अनुसार जैसे-जैसे मौसम और खराब होता है तो येलो अलर्ट को अपडेट करके ऑरेंज कर दिया जाता है. इसमें लोगों को इधर-उधर जाने के प्रति सावधानी बरतने को कहा जाता है.
रेड अलर्ट – मौसम विभाग के अनुसार जब मौसम खतरनाक स्तर पर पहुंच जाता है और भारी नुकसान होने की आशंका होती है तो रेड अलर्ट जारी किया जाता है.
केरल पहुंचा मॉनसून
बता दें, इससे पहले मॉनसून केरल में भी दस्तक दे चुका है. मौसम विभाग के अनुसार एक सप्ताह की देरी के बाद मानसून शनिवार को केरल पहुंचा. देश के तमाम हिस्सों में पिछले कुछ समय से गर्मी से कोई राहत नहीं मिली है. मौसम विभाग ने कहा कि अरब सागर में कम दबाव का क्षेत्र बनने से गुजरात के कई हिस्सों खासकर तटीय इलाकों में भारी बारिश हो सकती है. तूफान को देखते हुए मछुआरों को समुद्र में उतरने से मना कर दिया गया है.