बिलासपुर—सिरगिट्टी ओव्हरब्रिज पर सड़क दुर्घटना में युवा इंजीनियर की मौत के लिए प्रशासन जिम्मेदार है। कांग्रेस नेताओं ने प्रेस नोट जारी कर बताया कि 25 वर्षीय तुषार अग्रवाल की मौत ने व्यवस्था को आइना दिखा दिया है। तुषार की मौत खस्ताहाल सड़क और सरकार की दिशाहीन विकास के चलते हुआ है।
संभागीय प्रवक्ता अभय नारायण राय ने कहा कि बिलासपुर को नक्सलवाद, आतंकवाद से कभी खतरा नहीं रहा। दंगा फसाद भी बिलासपुर के स्वभाव में नहीं है। लेकिन यह सड़क हादसे मरने वालों की संख्या नक्सलवाद,आतंकवाद और दंगाफसाद के आंकड़ों से कहीं ज्यादा है। घटिया सड़क और खराब व्यवस्था के चलते सड़क हादसे में मौत का ग्राफ दिनों दिन बढ़ा है।
अभय ने बताया कि शहर और आस पास के क्षेत्र में अब तक सड़क हादसे में कई लोगों की जान जा चुकी है। जब कोई सदस्य घर से निकलता है परिजन उसके घर वापसी होने तक चिंतित रहते हैं। कांग्रेस नेता ने बताया कि छत्तीसगढ़ बनने के बाद सड़को के विकास और सुधार में अब तक ठोस प्रयास नहीं किया गया है। आबादी बढ़ने के साथ यातायात व्यवस्था पर कभी भी गंभीरता से विचार नहीं किया गया।बिलासपुर की सड़के न तो एक इंच चौड़ी हुई और न ही लंबी…। लेकिन यातायात दबाव जरूर बढ़ गया।
कांग्रेस ने कहा कि बिलासपुर का विकास जनजागरण और नियमित संवाद से ही संभव है। बिलासपुर के विकास का दावा करने वाले सासंद, विधायक और मंत्रियों से नहीं…। पीसीसी महामंत्री अटल श्रीवास्तव ने बताया कि तुषार को सरकार के खोखले वादों ने मारा है। पिछले एक दशक से सरकार ने बिलासपुर के विकास के प्रति सौतेला व्यवहार हुआ है…। स्मार्ट सिंटी से लेकर ना जाने क्या क्या ख्वाब दिखाए गए। लेकिन हम वहीं खड़े हैं विकास में बिलासपुर से पीछे वाले शहर आगे निकल गए।
अटल ने बताया कि यातायात नियमों का पालन तभी संभव है जब व्यवस्था ठीक हो। लेकिन चंदाखोरी ने सिस्टम को सिस्टम को खोखला कर दिया है। बिलासपुर की सड़कें आदिम युग का अहसास दिलाती हैं। घर से कार्यस्थल 100 कदम की दुरी पर था….तुषार हेलमेट पहनकर गाड़ी चला रहा था । बावजूद इसके सड़क हादसे में उसकी मौत हो गयी । दरअसल तुषार को भ्रष्ट व्यवस्था ने मार डाला। जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजेन्द्र शुक्ला, प्रदेश सचिव महेश दुबे, रामशरण यादव, विवेक बाजपेयी, वरिष्ठ नेता शेख गफ्फार, शिवा मिश्रा, पार्षद दल के नेता शेख नजीरूद्दीन ने तुषार की मौत पर शोक जाहिर किया है।