दानवों ने बेटी को जिंदा जलाया

BHASKAR MISHRA
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navvivahitaबिलासपुर—-शादी के मात्र चार महीने बाद ही दहेज के दानव पति ने पत्नी को आग में झोंक दिया। पत्नी को गंभीर हालत में उपचार के लिए अस्पताल में दाखिल कराया गया। जहां उसने दम तोड़ दी है। पुलिस से बचने आरोपी पति और परिजन फरार हैं।

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                       शशिकला की शादी सक्ति निवासी रोहित श्रीवास से चार महीने पहले अप्रेल में धूमधाम से हुई थी।  ससूराल पहुंचने के दूसरे दिन से ही उसे दहेज के लिए परेशान किया जाने लगा। पति और परिजनों ने शशिकाला पर दबाव बनाया कि वह मायके से मोटर सायकल और एक लाख रुपये लाये। शशिकला के पिता ने बताया कि शशिकला ने ससुराल वालों की बातों को मानने से इंकार कर दिया। रोहित ने बेटी से मारपीट करना शुरू कर दिया।

                                   बसंत ने बताया कि रोहित ने उसे फोन कर 1 लाख रुपये और मोटर सायकल की मांग की थी। उसने धमकी दी कि यदि दहेज की रकम नहीं पहुंचा सकते हो तो अपनी बेटी को लेकर जाए। कुछ दिन की मोहलत के बाद उसने रोहित को एक लाख रुपया दिया। एक लाख रूपए पाने के बाद दहेज लोभी रोहित की भूख बढ़ गयी। कुछ दिन बाद रोहित ने शशीकला को मायके छोड़ दिया।

                     पुलिस को दी गयी जानकारी के अनुसार मायके छोड़ते समय रोहित ने शशिकला के माता पिता से बताया कि वह किसी के शादी में जा रहा है। तीन चार दिन बाद शशिकला को घर ले जाउंगा। लेकिन रोहित शशिकला को नहीं ले गया। चार दिन बाद पिता बसंत ने रोहित श्रीवास को फोन लगाया। रोहित ने फोन पर बताया कि रूपए देने पर ही वह शशिकला को घर आने देगा। अन्यथा किसी दूसरी लड़की से शादी कर लेगा।

                              बसंत श्रीवास ने नवागढ़ थाने में मामले की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस की समझाइश पर रोहित  शशिकला को अपने घर ले गया। दो दिन बाद रोहित ने शशिकला को पिता के घर छोड़ दिया। बार बार की हरकत से परेशान बसंत और उसकी पत्नी ने महिला परामर्श केन्द्र पहुंचकर रोहित की शिकायत की।

                       परामर्श केन्द्र में समझौता के बाद रोहित शशिकला को 28 अगस्त को सक्ति स्थित अपने ले गया। दूसरे दिन बसंत को खबर मिली कि शशिकला की जलने से मौत हो गयी है। बसंत शर्मा ने पुलिस को बताया कि मेरी बेटी को रोहित और उसका मामा बलिराम,जीजा अजय श्रीवास ने मिलकर जलाया है। 28 अगस्त को वह अपनी बेटी को छोड़ने रात आठ बजे नैला तक गया था। इस समय सभी लोग रोहित के साथ ही थे।

      बसंत ने बिलासपुर पुलिस को बताया कि मरने की सूचना मिलते ही वह सक्ति स्थित रोहित के घर गया। मालूम हुआ कि बिलासपुर में उसका उपचार चल रहा है। जैसे ही वह अस्पताल पहुंचा रोहित और उसका पूरा परिवार फरार हो गया। बसंत और उसके परिजनों ने न्याय की गुहार लगायी है।

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