दिवालिया होने के करीब बैंक–मंत्री को पता नहीं

BHASKAR MISHRA

IMG_20150929_115501बिलासपुर— बैंक में गड़बड़ियां हुई है। इसकी जानकारी मुझे तब मिली जब जिला सहकारी बैंक ने एपेक्स से कर्ज मांगा और उसने देने से इंकार कर दिया। गडबड़ियां क्या हैं किस स्तर तक है इसकी आज समीक्षा होगी। कर्मचारियों और अधिकारियों से सवाल किया जाएगा। क्या-क्या मामले हैं इसके बाद ही पता चलेगा। पत्रकार वार्ता के दौरान आज प्रदेश सहकारिता मंत्री दयालदास बघेल ने कही।

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मंत्री बनने के बाद आज जिला सहकारी बैंक समीक्षा बैठक लेने पहली बार बिलासपुर पहुंचे दयालदास बघेल को पत्रकारों के तीखे सवालों का सामना करना पड़ा। दयालदास बघेल ने कहा कि कई मामलों की जानकारी है जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने इस बात से इंकार किया कि देवेनद्र पाण्डेय को जानबूझकर सोची समझी रणनीति के तहत बैंक चुनाव से दूर रखा गया। ताकि मामले में जांच आसान हो।

पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए दयालदास ने कहा कि नियुक्तियों के बारे में जानकारी मिली है। अब पता लगाया जाएगा कि कितनी नियुक्तियों की जानकारी पंजीयक हो औक कितने की नहीं। बैंक चार सौ करोड़ रूपए के घाटे में है क्या इसकी भी हालत रायगढ़ बैंक की तरह होने वाला है। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति नहीं आने देंगे। लेकिन ऐसी स्थिति आई क्यों इस बारे में आज समीक्षा बैठक में अधिकारियों से जरूर पूछा जाएगा।

पांच साल तक बैंक के भीतर लूटखसोट हो रही थी। भर्तियां भी की गयी। आखिर इसकी जानकारी अधिकारियों को क्यों नहीं हुई। क्या अधिकारी इस पूरे मामले में शामिल हैं के जवाब में दयालदास ने कहा यह जांच के बाद ही पता चलेगा। इसमें कौन कौन शामिल हैं। उन्होंने कहा कि बैंक चाहे जिस भी स्थिति में होगा लेकिन किसानों के साथ अन्याय नहीं होगा। दयालदास ने एक सवाल के जवाब में बताया कि यदि इस मामले में संयुक्त पंजीयक से लेकर कोई भी कर्मचारी यदि दोषी पाया जाता है तो उस पर कार्रवाई होगी।

एक प्रश्न के जवाब में सहकारिता मंत्री ने कहा कि मानिटरिंग में लापरवाही हई है। यदि संयुक्त पंजीयक इसमें दोषी पाए जाते हैं तो उन पर कार्रवाई होगी। मस्तूरी,पेन्ड्रा, धुटकू बचत बैंक में करीब चार करोड़ के घोटाले के सवाल पर दयाल दास ने कहा कि इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। समीक्षा बैठक में इस पर जरूर चर्चा करेंगे। दयालदास बघेल ने इस बारे में भी अनभिज्ञता जाहिर किया कि पेन्ड्रा में एक करोड़ 58 लाख के धान का घोटाला हुआ है। उन्होंने कहा कि इसकी हमें जानकारी नहीं है। सीजी वाल ने बताया कि पेन्ड्रा में 30 हजार बोरी हजारों क्विंटल धान का घोटाला हुआ है। इस मामले में जिला पंजीयक ने अपना रिपोर्ट मार्कफेड को दिया है। बावजूद इसके अभी तक पेन्ड्रा धान संग्रहण समिति और उससे जुड़े लोगों पर कार्रवाई नहीं की गयी। बघेल ने कहा कि हम इसे संज्ञान में लेंगे और अधिकारियों से पूछेंगे कि आखिर कार्रवाई क्यों नहीं हुई।

राजनांदगांव में किसान बीमा योजना के तहत किसानों से 48 रूपए लिया जा रहा है। जबकि वही कम्पनी बिलासपुर के चार लाख किसानों से बिना पूछे खाते से 100 रूपए कटौती कर बीमा कर रहा है। इस सवाल के जवाब में बघेल ने कहा कि इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। यदि ऐसा हो रहा है तो क्यों इसकी हम जांच करवाएंगे।

पत्रवार्ता के दौरान सीजी वाल ने पूछा कि बैंक को अधिकारियों ने ताला लगाने की स्थिति में लाया है या फिर नेताओं ने। इस सवाल को सहकारिता मंत्री ने टालते हुए कहा कि जो भी लाया है उसे छोड़ा नहीं जाएगा। एक अन्य सवाल पर कि जब बैंक लुट रहा था उस समय संयुक्त पंजीयक ने क्या किया। इस मामले में उन्होंने आपको रिपोर्ट दिया या नहीं। उन्होंने कहा अभी तक जितने सवाल किये गये हैं उसमें ज्यादातर की जानकारी उन्हें नहीं है। यदि वे दोषी है तो सजा के लिए भी तैयार रहें।

 

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