दीपक खण्डेलवाल ने की लोकसभा की दावेदारी…पूर्व आईएएस ओपी चौधरी भी कतार में…दिलचस्प होगा चुनाव

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—लोकसभा चुनाव जैसे जैसे नजदीक आ रहा है। धीरे धीरे दावेदारों की संख्या भी सामने आ रही है। जानकारी के अनुसार अविभाज्य मध्यप्रदेश के समय पटवा सरकार के मंत्री पुत्र दीपक खण्डेलवाल भी लोकसभा चुनाव टिकट की दावेदारी करने का मन बना लिया है। सूत्रों की माने तो दीपक खण्डेलवाल बड़े बड़े नेताओं से सम्पर्क कर अपना बायोडाटा थमा दिया है। जानकारी यह भी है कि ओपी चौधरी भी बिलासपुर की दावेदारी कर सकते हैं।
                   लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा से बिलासपुर लोक सभा सीट के लिए दावेदारी तेज हो गयी है। नेताओं की दौड़ रायपुर से दिल्ली की दौड़ शुरू हो गयी है। बताया जा रहा है कि भीड़ दौड़ मे एक चेहरा अविभाज्य मध्यप्रदेश के समय पटवा सरकार में मंत्री रहे मूलचन्द खण्डेलवाल के पुत्र दीपक खण्डेलवाल भी है।
                             मालूम हो कि वरिष्ठ भाजपा नेता दीपक खंडेलवाल भाजपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में शामिल होने के बाद लोकसभा स्पीकर सुषमा महाजन , मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, सांसद अन्न सी सायना से मुलाकात की। दीपक खण्डेलवाल ने स्टार प्रचारक फ़िल्म अभिनेत्री पूनम ढिल्लों और रूपा गांगुली से सौजन्य मुलाकात कर अपना पक्ष रखा है। इस दौरान दीपक खण्डेलवाल ने लोकसभा 2019 छत्तीसगढ़ की तैयारियों को लेकर चर्चा भी की है।
             इधर दीपक खण्डेलवाल ने फिलहाल दावेदारी को लेकर कुछ भी नहीं है। जानकारी तो यह है कि दीपक खण्डेलवाल ने पूरा मन बना लिया है कि इस बार टिकट के लिए सौ प्रतिशत प्रयास करेंगे। सूत्रों की मानें तो दिल्ली में बिलासपुर लोकसभा सीट के लिए दो दावेदारों के नाम की चर्चा है। यदि निकाय मंत्री चुनाव नहीं लड़ते हैं तो दीपक खण्डेलवाल के बाद एक नाम पूर्व आईएएस ओपी चौधरी भी बिलासपुर के लिए चेहरा हो सकते हैं।
          दिल्ली से भाजपा खेमें से मिली जानकारी के अनुसार ओपी चौधरी का नाम कोरबा और बिलासपुर लोकसभा सीट के लिए लिया जा रहा है। कहने का मतलब है कि अमर अग्रवाल के नहीं लड़ने पर दीपक खण्डेलवाल या फिर ओपी चौधरी में से कोई एक बिलासपुर लोकसभा सीट का चेहरा हो सकता है। काफी कुछ संभावना है कि ओपी चौधरी कोरबा से ही चुनाव लड़ सकते हैं। ऐसी सूरत में दीपक खण्डेलवाल की लाइजनिंग कितना काम आती है यह समय ही बताएगा।
            बताते चलें कि पूर्व आईएएस ओपी चौधरी खसरिया से भाजपा की टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं। उमेश पटेल के हाथों करारी हार के बाद इस समय खाली बैठे हैं। यदि लोकसभा में उन्हें आगे किया जाता है तो इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी।
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