बिलासपुर—जिला कांग्रेस कमेटी और कांग्रेस पार्षदों ने शेख नजरू्द्दीन की अगुवाई में लगातार दूसरे दिन भी विकास भवन के सामने बैठकर धरना प्रदर्शन किया। दिहाड़ी मजदूरों को नियमितकरण की मांग की। दैनिक वेतन भोगी सफाई कर्मचारियों के समर्थन में क्रमिक भूख हड़ताल भी किया। कांग्रेसियों ने इस दौरान सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। कहा वादा करने के बाद मुकरने का नाम नगर निगम है। शेख नजरूद्दीन ने कहा कि जब तक एमआईसी में सभी दिहाड़ी मजदूरों का नियमितिकरण प्रस्ताव शामिल नहीं किया जाता है। क्रमिक भूख हड़ताल से पीछे नहीं हटेंगे।
तीन सौ से अधिक निगम सफाई दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के समर्थन में कांग्रेसियों ने लगातार दूसरे दिन भी विकास भवन का घेराव किया। निगम सरकार पर वाद खिलाफी का आरोप लगाया। कांग्रेस नेताओं ने एलान किया कि जब तक निगम में काम करने वाले तीन सौ से अधिक दैनिक वेतन भोगियों को सरकारी कर्मचारी नहीं बनाया जाता है तब तक कांग्रेस नेता क्रमिक भूख हड़ताल करेंगे।
धरना प्रदर्शन के दौरान निगम में काम करने वाले कर्मचारियों का पक्ष रखते हुए शेख नजरूद्दीन ने कहा कि 16 मार्च को त्रिपक्षीय फैसला लिया गया था कि एमआईसी में कर्मचारियों की मांग को शामिल किया जाएगा। लेकिन निगम ने दोखा दिया। दिहाड़ियों की मांग को शामिल नहीं किया गया। आयुक्त ने आश्वासन दिया है कि 31 मार्च को एमआईसी बैठक में दैनिक वेतन भोगियों की मांग को शामिल किया जाएगा। लेकिन निगम पर विश्वास नहीं है। जिस दिन शामिल किया जाएगा सभी कांग्रेसी क्रमिक भूखहड़ताल से वापस आ जाएंगे।
शेख नजरूद्दीन ने बताया कि छल प्रपंच और धोखा निगम प्रशासन की आदतों में है। सालों साल से दैनिक वेतन भोगियों का शोषण किया जा रहा है। जब भी वेतन भोगी नियमितिकरण की मांग उठाते हैं। आश्वासन की चासनी पिलाकर उन्हें बैठा दिया जाता है। लेकिन अब दैनिक वेतन भोगियों का अधिकार भाजपा सरकार को देना ही होगा। ठेकेदारों और निगम प्रशासन की लचर व्यवस्था से गरीब कामगार परेशान हैं। जब तक मजदूरों की आवाज को एमआईसी में नहीं पेश किया जाता तब तक कांग्रेस धरना प्रदर्शन करते रहेंगे। धरना प्रदर्सन के दौरान शैलेन्द्र जायवाल,चन्द्रप्रदीप वाजपेयी,शैलेश पाण्डेय,अरविन्द शुक्ला समेत कई कांग्रेसी और पार्षद मौजूद थे।