मुंगेली(अतुल श्रीवास्तव)।कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन सीधा उसका असर सबसे ज्यादा मजदूर पर देखने को मिलता है कमाने खाने गए मजदूर महीने भर से यही उमीद में बैठे थे कि लॉक डाउन खत्म हो और हम अपने घर वापस हो सकेंगे।लेकिन ऐसा नही हो सका लॉक डाउन बढ़ते गया उमीद में बैठे मजदूर अंत मे लखनऊ हैदराबाद आदि अन्य जगहों से पैदल यही सोच कर वहाँ से निकल चले जैसे भी हो बस हर हालत में घर पहुचना है रास्ते में जो मिला साधन से आगे बढ़ते गए।सीजीवालडॉटकॉम के व्हाट्सएप NEWS ग्रुप से जुडने के लिए यहाँ क्लिक कीजिये
आज 8 दिन बाद मुंगेली पहुचे।एक मजदूर जो अपने परिवार के साथ पूरे समान कंधो पर रखकर पैदल अपने 5 साल की गुड़िया के साथ मुंगेली पड़ाव चौक में छाया में रुके जैसे ही समान की बोरी
जमीन पर रखे उनकी छोटी सी गुड़िया तपती धूप से थकी हुई वही उस बोरी के ऊपर सर रखकर सो गई।
उसे देखकर मन झिंजोर सा गया कुछ देर आराम कर उठी उन परिवार वाले को मुंगेली के प्रयास अ स्माल संस्था द्वारा खाना खिलाया गया। और उसके बाद उन लोगो को पिकअप द्वारा मुंगेली से लगा उनका गांव विचारपुर भेज दिया गया। ऐसे कई परिवार है जो कोरोना वॉयरस के चलते अपने गांव वापसी के लिए निकल पड़े है वो लोग कभी ये नही सोचे होंगे कि जिस रास्ते से मजदूरी कर पैसा कमाने बस या ट्रेन से गये होंगे आज उन्ही रास्तो से पैदल चल कर आना होगा।