देर रात धावा बोल बदमाशों ने किया जमीन पर कब्जा..जमीन मालिक का आरोप.. नहीं मिला पुलिस सहयोग.. रातों रात खड़ा कर दिया नया बाउंड्रीवाल

BHASKAR MISHRA
3 Min Read

बिलासपुर—- रिंग 2 में दो गुटों के बीच जमीन विवाद का मामला सिविल लाइन थाना पहुंचा है। जमीन मालिक प्रदीप झा और किराएदार खान ने नामजद रिपोर्ट किया है कि 11 और 12 जुलाई की दरमियानी रात 50 से अधिक लोगों ने हथियार के साथ धावा बोला। जमीन पर बेजाकब्जा कर बाउन्ड्रीवाल बना लिया है। बाउन्ड्रीवाल को जल्द से जल्द हटाया जाए।

            सिविल लाइन थाना को लिखित शिकायत में जमीन मालिक प्रदीप झा ने बताया कि रिंग रोड नम्बर 2 में महिमाविहार के पास उनकी निजी जमीन है। जमीन का खसरा नम्बर 507/2 है। जमीन पर पिछले कई सालों से कब्जा भी है। जमीन को एक आटोडीलर अब्दुल खान को मासिक किराए पर दिया हूं।

देर रात जमीन पर कब्जा

            प्रदीप ने थाना प्रभारी को बताया कि बीती रात करीब 12 से एक बजे के बीच शिवा और उसके 40 से अधिक साथियों ने जमीन पर धावा बोल दिया। साथ ही मजदूर भी थे। पुरानी बाउन्ड्रीवाल को तोड़फोड़ गिरा  दिया। जबरदस्ती बाउन्ड्रीवाल बनाना शुरू कर दिया। किराए दार ने जब विरोध किया तो लोगों ने उसके साथ गाली गलौच और मारपीट किया।

             इसके बाद किराए दार अब्दुल खान ने मामले की जानकारी दी। तत्काल 112को फोन किया। डायल 112 टीम मौके पर पहुंची जरूर लेकिन किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की। इस बीच पुलिस के सामने ही निजी जमीन पर गुंडो ने कब्जा कर लिया। निवेदन है कि जमीन को गुंडों से मुक्त कराया जाए।

किराएदार ने भी की शिकायत

                         वहीं एक शिकायत किराए दार अब्दुल खान ने भी किया है। अब्दुल खान ने बताया कि विरोध करने पर गुंडों ने उसके साथ मारपीट किया। मामले की जानकारी मालिक को दी। मालिक ने पुलिस को बताया लेकिन कहीं से कोई सहायता नहीं मिला है।

पुलिस का नहीं मिला सहयोग..गुंडों ने किया कब्जा

                 वहीं जमीन मालिक ने थाने में शिकायत के बाद बताया कि गुंडाराज से डर लगने लगा है। जबकि जमीन पर किसी प्रकार का विवाद भी नहीं है। यदि कुछ गलत है तो दूसरी पार्टी को तहसील में आवेदन कर सीमांकन कराना चाहिए। लेकिन देर रात जमीन पर कब्जा करनेे का सीधा अर्थ है कि गुंडागर्दी कर किसी की भी जमीन को हथिया लिया जाए। प्रदीप झा ने बताया कि जब गुंडे तोड़फोड़ कर रहे थे। उस समय पुलिस का ऐसा कोई भी अधिकारी नहीं छूटा जिसके पास फोन नहीं किया। लेकिन किसी ने भी कार्रवाई को लेकर उचित कदम नहीं उठाया है।

TAGGED: ,
close