दो दशक से एक ही पद पर काम कर रहे सहायक शिक्षक,फेडरेशन प्रमुख ने विधायक से मिल कर रखीं ये समस्याएं

Chief Editor
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राजनांदगांव-विधानसभा खुज्जी की महिला विधायाक छन्नी चंदू साहू से छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष मनीष मिश्रा ने मुलाकात की और  सहायक शिक्षको की समस्या को विस्तार पूर्वक बता कर समस्या को दूर करने के लिए माध्यम बनने का निवेदन किया । जिस पर  उन्होंने ने भी फेडरेशन के प्रतिनिधि मंडल को  मुख्यमंत्री  से मुलाकात हेतु अपने तरफ से पूरा प्रयास करने का आश्वासन दिया.प्रेस नोट जारी कर फेडरेशन के अध्यक्ष मनीष मिश्रा ने बताया कि विधायक से हुई चर्चा के दौरान हमने उन्हें अवगत कराया कि संविलियन के बाद भी सहायक शिक्षको के साथ न्याय नही हुआ है।  विगत 23 साल से सहायक शिक्षक पर्याप्त योग्यता होने के बाद भी एक ही पद पर कार्य कर रहा है दो दशक की सेवा का वाजिब हक प्रदेश के सहायक शिक्षको को नही मिल पाया है।CGWALL NEWS के व्हाट्सएप ग्रुप से जुडने के लिए यहाँ क्लिक कीजिये

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मनीष मिश्रा ने  विधायक को बताया कि हमारे हजारो सहायक शिक्षक रिटायर्ड होने की स्थिति में है।ऐसे मै सहायक शिक्षक अपनी मांगों के लिए लगातार सरकार को आशा भरी निगाह से देख रहे है परंतु 2 साल पूर्ण होने के बाद भी सहायक शिक्षको की वेतन विसंगति का कोई समाधान नही निकल पाया है। जिसके चलते सहायक शिक्षको में निराशा का वातावरण निर्मित हुआ है।मनीष ने विधायक छन्नी चंदू साहू से सहायक शिक्षको की समस्याओं को सरकार तक पहुचाने का निवेदन करते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि देश के अन्य प्रदेशों की तुलना में प्रदेश में सहायक शिक्षको का वेतन बहुत कम है पूर्व सरकार ने संविलियन के दौरान जो वेतन सहायक शिक्षको को दिया उसमे 1 ओर 2 के बीच तो अंतर कम है परंतु वर्ग 2 और 3 के बीच का अंतर 13 हजार का है.

यही अंतर वेतन विसंगति को दर्शाता है 23 साल की सेवा अवधि पूर्ण कर चुके सहायक शिक्षक आज भी उसी वेतन पर कार्य कर रहे है.जबकि एक नियुक्ति आदेश में नियुक्त हुए सहायक शिक्षक एक नियुक्ति नियम के बाद भी पदोन्नति से वंचित हो गए.जिसके परिणाम स्वरूप वे वर्ग तीन पर ही स्थिर रह गए.जबकि विज्ञान और गणित विषय के सहायक शिक्षको की 2 पदोन्नति का लाभ मिल गया.परन्तु कला समूह के सहायक शिक्षक वही के वही रह गए.जबकि नियुक्ति नियम दोनों का एक समान था.यह से विसंगति जन्म हुआ जबकि होना ये था कि 2013 से पूर्व तक क्रमोन्नति वेतन जारी था.

परंतु पर्याप्त योग्यता होते हुए भी पदोन्नति से वंचित सहायक शिक्षको को इस लाभ से वंचित किया गया और संविलियन के दौरान पदोन्नति से वंचित सहायक शिक्षको को वही वेतन पर फिक्स कर दिया गया इस तरह से पर्याप्त योग्यता रखने के बाद भी सहायक शिक्षको को वेतन विसंगति की सौगात पूर्व की सरकार ने संविलियन के दौरान दी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि वेतन विसंगति का 3 स्तर पर समाधान सम्भव है।

मनीष ने महिला विधायक को बताया कि सहायक शिक्षको की समस्या का हल  वेतन निर्धारण में हुई खामी को दूर कर पुनः पूर्व सेवा अवधि की गणना कर वेतन निर्धारण किया करने , सहायक शिक्षको को अंतरिम राहत पहुचाते हुए उनके वेतन को वर्ग 2 के समतुल्य किया करने , पदोन्नति से वंचित सहायक शिक्षको को क्रमोन्नति वेतन पर वेतन निर्धारण कर वेतन को सुधार किया किये जाने,  प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा की गणना कर उच्चत्तर वेतनमान प्रदान किया  जाने से हो सकता है। यह फार्मूला शिक्षको के जीवन मे आर्थिक समस्या दूर कर सकता है और  प्रकार से सहायक शिक्षको की वेतन विसंगति का निराकरण किया जा सकता है।

विस्तार पूर्वक चर्चा के उपरांत खुज्जी विधायक  साहू ने प्रदेश अध्यक्ष को विस्वास दिलाते हुए कहा कि वे सहायक शिक्षको की इस समस्या से मुख्यमंत्री को अवगत कर इसका निराकरण करने का निवेदन करेगी साथ ही विधायक  साहू ने कहा कि फेडरेशन के प्रतिनिधि मंडल को  मुख्यमंत्री  से मुलाकात हेतु अपने तरफ से पूरा प्रयास करेगी।

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