दो पटवारियों पर गंभीर आरोप..कमिश्नर ने दिया जांच का आदेश..

BHASKAR MISHRA
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COMMISSONOR_OFFICEबिलासपुर—- राजस्व विभाग को एक पत्र ने बुरी तरह से हिला दिया है। बिना हस्ताक्षर वाले आवेदन को संभागायुक्त निहारिका सिंह बारीक ने संज्ञान में लेते हुए दो पटवारियों के खिलाफ जांच का आदेश दिया है। जांच की मांग आवेदक पटवारी आशा तम्बोली ने की है। यद्पि आशा तम्बोली ने ऐसे किसी शिकायती आवेदन से इंकार कर दिया है। लेकिन कमिश्नर निहारिका सिंह बारीक ने दोनों पटवारियों के खिलाफ लगाए गए आरोप को गंभीरता से लिया है।

                       सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पटवारी संतोष पाण्डेय और रूपेश गुरूदिवान के खिलाफ संभागायुक्त ने जांच का आदेश दिया है।  आशा तम्बोली की शिकायत पत्र के अनुसार बिलासपुर तहसील कार्यालय के सभी गलत कार्यों में रूपेश गुरूदिवान और संतोष पाण्डेय की भूमिका है। पत्र में दोनों पटवारियों को तहसील हित में स्थानांतरण करने की मांंग भी की गयी है।

             
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                                पत्र में तम्बोली ने बताया है कि संतोष पाण्डेय और रूपेश गुरूदीवान कमोबेश सभी पटवारियों को ब्लैकमेल करते हैं। झूठे मामले में फंसाने और ईओड्ब्ल्यू से छापा मरवाने की धमकी देते हैं। आशा तम्बोली ने बताया है कि दोनों पटवारियों ने मेरे और पूर्व तहसीलदार प्रकाश चन्द्र कोरी के खिलाफ एजेंट रजनीश साहू के जरिए परिवाद दायर किया है। जबकि मामले में हम दोनों की कोई गलती नहीं है।

              पत्र में आशा तम्बोली ने बताया है कि दोनों पटवारी रजनीश साहू के हाथों गोपनीय दस्तावेजों को लीक करते हैं। रजनीश साहू को फायनेंस करने के साथ कोर्ट में मामला लगवाते हैं। ऐसा अधिकारियों पर दबाव बनाने के लिए किया जाता है। सात पहले सात पहले 8 एसडीएम, दो एसएलआर, और आरआई के खिलाफ डायवर्सन मामले में हाईकोर्ट में एफआईआर हुआ था। मामले में दोनो पटवारियों की ही भूमिका है। दोनों पटवारियों ने रजनीश साहू को गोपनीय दस्तावेज दिेए थे। जबकि मामले रजनीश साहू का कोई हित नहीं है। लेकिन रूपेश गुरूदिवान और संतोष साहू नेरजनीश को हथियार की तरह इस्तेमाल किया ।      images (6)

                        पत्र में लिखा है कि ऐसा करने के पीछ मुख्य वजह दोनों का एकमात्र उद्देश्य पैसा कमाना है। अधिकारियों को डराकर रखना और पुराने पापों को ठककर रखना है। तम्बोली ने बताया है कि रूपेश और संतोष दोनों ने शहर के अच्छे हल्कों में काम किया है। हमेशा ऐसे ही जगहों में रहना भी चाहते हैं। सेंदरी,मंगला,सरकंडा समेत सभी क्षेत्रों में दोनों ने सरकारी रिकार्ड में व्यापक धांधली की है। क्षेत्र में रहते हुए सभी सरकारी जमीनों को निजी हाथों में बेंचा है। यदि जांच हो तो इन दोनों को जेल जाने से कोई नहीं रोक सकता है। तम्बोली ने बताया है कि दोनों ने नियम विरूद्ध अवैध प्लाटिंग,बंटवारा,फौती,हकत्याग बिना आवेदन अधिकार काटना और जोड़ना किया है।

                                   तम्बोली ने शिकायत में बताया है कि यदि रजनीश साहू,रूपेश गुरूदिवान और संतोष पाण्डेय के वाट्अप को चेक किया जाए तो कई राज सामने आ जाएंगे। शिकायत पत्र के अनुसार संतोष पाण्डेय और भू अभिलेख शाखा कर्मचारी एसएलआर कैलाश नाथ द्विवेदी के बीच पारिवारिक सम्बन्ध हैं।  यही कारण है कि संतोष पाण्डेय और रुपेश को लम्बे समय बाद भी आज तक कोई नहीं हटा सका है। इतना ही नहीं कैलाश नाथ राजस्व  विभाग की सारी गोपनीय जानकारी दोनों पटवारियों के इशारे पर रजनीश साहू को देते हैं।
              शिकायत पत्र में आशा तम्बोली ने बताया है कि दोनों पटवारियों ने तहसील को बरबाद कर दिया है। नूतन कंवर और अमित सिन्हा को दोनों ने ही प्रायोजित तरीके से परेशान किया । दोनों ने मिलकर कुछ साल पहले मेरे पिता को फंसाया। अब इन दोनों से मेरे जान को खतरा है।

मेरे खिलाफ साजिश

                       मंगला पटवारी रूपेश गुरू दिवान ने बताया कि पत्र की विश्वनीयता पर शक है। आवेदक ने नाम तो लिखा है लेकिन हस्ताक्षर नहीं किया है। यह सच है कि आशा तम्बोली साथी पटवारी हैं। लेकिन उन्होने शायद ही पत्र लिखा हो। दरअसल यह मेरे साथ साजिश है। मुझे जबरदस्ती फंसाने का प्रयास किया गया है। हम किसी भी जांच के लिए तैयार हैं। लेकिन शिकायत करने वाले की भी जांच हो। पता लगाया जाए क्या शिकायत करने वाली आशा तम्बोली कौन है।
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